केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने नई दिल्ली में 22वें सीमा सुरक्षा बल (Border Security Force) के अलंकरण समारोह को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) को भारत की सैन्य शक्ति और दृढ़ इच्छाशक्ति का प्रतीक बताया. श्रीशाह ने कहा कि आज यह अलंकरण समारोह ऐसे समय में हुआ है जब BSF और सेना पूरे विश्व के सामने साहस का अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं.उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति, खुफिया एजेंसियों की सटीक जानकारी और भारतीय सेना की मारक क्षमता के अद्भुत समन्वय का परिणाम है. जब ये तीनों एक साथ आते हैं, तो हमें ऑपरेशन सिंदूर मिलता है.
अमित शाह ने की बीएसएफ और भारतीय सेना के साहस की सराहना
अपने संबोधन में गृह मंत्री अमित शाह ने बीएसएफ की ऐतिहासिक भूमिका को भी रेखांकित किया. उन्होंने कहा, 1965 के युद्ध के बाद सीमा सुरक्षा की कमियों को देखते हुए एक ऐसे बल की आवश्यकता महसूस हुई, जो शांति काल में भी सीमाओं की 100 प्रतिशत सुरक्षा सुनिश्चित कर सके. इस आवश्यकता ने BSF के गठन को जन्म दिया. अमित शाह ने बीएसएफ के संस्थापक निदेशक केएफ रुस्तमजी को याद करते हुए कहा कि सीमा सुरक्षा बल को भारत की दो सबसे चुनौतीपूर्ण सीमाओं पाकिस्तान और बांग्लादेश की सुरक्षा का दायित्व सौंपा गया, जिसे BSF ने बखूबी निभाया है. बीएसएफ और भारतीय सेना के साहस की सराहना करते हुए श्रीशाह ने कहा, यह समारोह ऐसे समय में हो रहा है, जब ये बल विश्व के सामने साहस और शौर्य का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं.
ऑपरेशन सिंदूर का किया उल्लेख
ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन न केवल भारत की सैन्य क्षमता का प्रदर्शन है, बल्कि यह भी दिखाता है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ कितना दृढ़ है. 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद उरी हमले का जवाब सर्जिकल स्ट्राइक के रूप में दिया गया, जिसमें आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया. आज पाकिस्तान का पर्दाफाश हो गया है कि भारत में आतंकवाद पाकिस्तान प्रायोजित है. जब हमने पाकिस्तान में आतंकवादी स्थलों पर हमला किया, तो पाकिस्तानी सेना ने जवाबी कार्रवाई की. पाकिस्तानी सेना के अधिकारी आतंकवादियों के अंतिम संस्कार में शामिल हुए.
आतंकी हमलों का दिया गया जवाब- अमित शाह
उन्होंने आगे कहा, पूरी दुनिया में कई जगहों पर आतंकी हमलों का जवाब दिया गया है, लेकिन भारत ने जो जवाब दिया है, वह एक तरह से अलग है. जब पहलगाम पर हमला हुआ, उसके बाद हमने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया. ऑपरेशन के कुछ ही मिनटों में हमने 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया, जिनमें से 2 उनके मुख्यालय थे. लेकिन ध्यान से समझने वाली बात यह है कि हमने न तो किसी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को नष्ट किया और न ही हमने कभी किसी एयरबेस को निशाना बनाया. हमने सिर्फ और सिर्फ आतंकी कैंपों को नष्ट किया, जिन्होंने हमारी जमीन पर अपराध किए. पहलगाम में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों द्वारा निर्दोष लोगों को उनके परिवारों के सामने उनका धर्म पूछकर मार दिया गया. ऑपरेशन सिंदूर इस हमले का जवाब है और आज दुनिया भारतीय सशस्त्र बलों की बहादुरी की प्रशंसा कर रही है. हमारा उद्देश्य स्पष्ट था कि हमने केवल उन आतंकी कैंपों को नष्ट किया, जिन्होंने हमारी धरती पर अपराध किए.