Dalai Lama India China : दलाई लामा के उत्तराधिकारी को लेकर अभी तक सस्पेंस बना हुआ है. हाल ही में चीन ने कहा कि उसकी मंजूरी के बिना दलाई लामा के उत्तराधिकारी के चयन की प्रक्रिया को वैध नहीं माना जाएगा. इस मामले को लेकर भारत ने इशारों ही इशारों में चीन को लताड़ लगाई है. ऐसे में भारत का कहना है दलाई लामा को छोड़कर कोई भी उनके उत्तराधिकारी का फैसला नहीं कर सकता है.
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने दी प्रतिक्रिया
जानकारी के मुताबिक, दलाई लामा के उत्तराधिकारी के मसले पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने प्रतिक्रिया दी. इस मसले को लेकर उनका कहना है कि दलाई लामा का पद न केवल तिब्बतियों के लिए बल्कि दुनिया भर में सभी अनुयायियों के लिए बेहद अहम है. इस दौरान अपने उत्तराधिकारी का निर्णय लेने का फैसला पूरी तरह से दलाई लामा के हाथ में है. इसमें कोई और दखल नहीं दे सकता.
उत्तराधिकारी को लेनी होगी चीन की मंजूरी
बता दें कि दलाई लामा को लेकर चीन ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगले उत्तराधिकारी को उसकी मंजूरी लेनी होगी. ऐसे में चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के साथ तिब्बती बौद्धों के बीच तनाव की स्थिति बन गई है.
गादेन फोडरंग ट्रस्ट के पास होगा..
इस मामले को लेकर तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा का कहना है कि दलाई लामा की संस्था जारी रहेगी. इसके साथ ही केवल गादेन फोडरंग ट्रस्ट के पास उनके उत्तराधिकारी को तय करने का अधिकार होगा. इस दौरान उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्होंने इस संबंध में अनिश्चितता को खत्म कर दिया कि उनके बाद उनका कोई उत्तराधिकारी होगा या नहीं.
तिब्बत की पवित्र परंपरा हो सकती है खत्म
जानकारी देते हुए पहले ही दलाई लामा ने स्पष्ट करते हुए कहा था कि तिब्बत की सबसे पवित्र परंपरा को खत्म किया जा सकता है. उनका उत्तराधिकारी किसी महिला को या चीन के बाहर जन्मे किसी व्यक्ति को चुना जा सकता है.
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