Yamuna River Level Update: दिल्ली-NCR में लगातार हो रही बारिश और हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. रविवार को बैराज से 1.78 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिसके बाद सभी 18 गेट खोल दिए गए.
🛑 दिल्ली समेत कई जिलों में बाढ़ का अलर्ट
पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी कर दिया गया है.
हरियाणा के सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग ने इसे “मध्यम बाढ़” की स्थिति बताया है.
रविवार सुबह तक:
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हथिनीकुंड से: 58,282 क्यूसेक
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वज़ीराबाद से: 36,170 क्यूसेक
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ओखला बैराज से: 68,025 क्यूसेक
पानी छोड़ा गया है.
🌧️ यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के करीब
केंद्रीय जल आयोग (CWC) की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार रात तक यमुना का जलस्तर 206 मीटर तक पहुंच सकता है, जो कि खतरे के निशान 205.33 मीटर से ज्यादा है.
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रविवार शाम 7 बजे तक नदी का जलस्तर 204.60 मीटर दर्ज किया गया था.
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यह पहले ही अलर्ट लेवल पार कर चुका है.
यदि जलस्तर 206 मीटर से ऊपर पहुंचता है, तो निचले इलाकों से लोगों की सुरक्षित निकासी शुरू करनी होगी.
🚨 हथिनीकुंड से लगातार तेज प्रवाह जारी
CWC की एडवाइजरी में बताया गया है कि 17 अगस्त को छोड़ा गया पानी और उत्तर भारत में हो रही भारी बारिश का असर 19 अगस्त की रात तक देखने को मिलेगा.
विशेषज्ञों का मानना है कि वज़ीराबाद और हथिनीकुंड से हर घंटे छोड़े जा रहे पानी के कारण स्थिति और गंभीर हो सकती है.
📈 इस सीजन का अब तक का सबसे तेज जल प्रवाह
अधिकारियों के अनुसार, यह इस मॉनसून सीजन का अब तक का सबसे अधिक जल प्रवाह है.
जलप्रवाह के मापदंड:
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70,000 से 1.5 लाख क्यूसेक – कम बाढ़
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1.5 से 2.5 लाख क्यूसेक – मध्यम बाढ़
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2.5 लाख क्यूसेक से अधिक – उच्च बाढ़
रविवार को दोपहर 1 बजे यह प्रवाह 1 लाख क्यूसेक था, जो 3 बजे तक बढ़कर 1.78 लाख क्यूसेक हो गया.
⚠️ हरियाणा और दिल्ली के कई क्षेत्रों में खतरा
बढ़ते जलस्तर से यमुनानगर, करनाल, पानीपत और सोनीपत के निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ का खतरा है.
अधिकारियों के अनुसार:
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हथिनीकुंड से छोड़ा गया पानी 48 घंटे में दिल्ली पहुंचता है.
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साथ ही, यमुनानगर की सोम नदी भी उफान पर है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं.