श्रावण मास भगवान भोलेनाथ की उपासना का महीना माना जाता है. इसमें श्रद्धालु तीर्थ स्थान जाते हैं, भगवान के भक्त पवित्र जल चढ़ाते हैं. प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा (A.K. Sharma) ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि सरकार का प्रयास है कि कांवड़ यात्रा सुरक्षा और स्वच्छता के साथ संपन्न हो. इस संबंध में ऊर्जा और नगर विकास विभाग के अधिकारियों के साथ विस्तृत बैठक की गई है.
कांवड़ यात्रा मार्गों पर निर्बाध बिजली आपूर्ति की जाए सुनिश्चित
उन्होंने बताया, ऊर्जा विभाग को निर्देशित किया गया है कि कांवड़ यात्रा मार्गों पर विशेष रूप से रात में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए, क्योंकि अधिकतर श्रद्धालु रात्रिकाल में यात्रा करते हैं. नगर विकास के अधिकारियों को भी निर्देश दिया गया है कि सभी स्ट्रीट लाइट सही कराएं, यात्रा के सभी मार्गों को गड्ढा मुक्त किया जाए. पिछले वर्षों में कुछ स्थानों पर डीजे की ऊंचाई ज्यादा होने की वजह से बिजली के तारों से टकराने की घटनाएं हुई थीं. इस पर नियंत्रण के लिए निर्देश दिए गए हैं कि यात्रा मार्गों पर केवल निर्धारित ऊंचाई वाले डीजे वाहन ही चलें. कांवड़ यात्रियों के रुकने के लिए पंडालों में उचित व्यवस्था, कूड़ा निस्तारण की अच्छी व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं. कांवड़ यात्रा वाले रूट पर मोबाइल टॉयलेट लगवाने के लिए भी कहा गया है.
वहीं, फिरोजाबाद में कांवड़ यात्रियों की बेहतर व्यवस्था के लिए जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की ओर से विस्तार से मीटिंग और ग्राम प्रधानों के साथ अलग से बैठक की गई। इसकी जानकारी प्रशासन ने दी. प्रशासन ने बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान ग्राम प्रधान और स्थानीय लोग पंडाल लगाकर कांवड़ यात्रियों के खानपान और विश्राम की व्यवस्था करते हैं. विद्युत, सिंचाई और जिला पंचायत विभाग के साथ बैठक के दौरान यह निर्देश दिया गया कि साफ-सफाई से लेकर खानपान की बेहतर व्यवस्था की जाए.