केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने बुधवार को लोकसभा में बताया कि भारतीय रेलवे अपने पैसेंजर रिज़र्वेशन सिस्टम में व्यापक बदलाव कर रहा है. वर्तमान में यह सिस्टम प्रति मिनट लगभग 25,000 टिकट बुक करने की क्षमता रखता है. वैष्णव ने PRS अपग्रेडेन पर एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि क्षमता वृद्धि और टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन भारतीय रेलवे की एक सतत प्रक्रिया है.
वर्तमान में मौजूदा पीआरएस की बुकिंग क्षमता लगभग 25,000 टिकट प्रति मिनट है. व्यापक अपग्रेडेशन में हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, नेटवर्क उपकरण, सिक्योरिटी इंफ्रास्ट्रक्चर और फंक्शनैलिटी का रिप्लेसमेंट और संवर्द्धन शामिल है, जो सभी नई टेक्नोलॉजी पर आधारित हैं और अतिरिक्त फीचर्स को सपोर्ट करने में सक्षम हैं.
मोबाइल टिकटिंग में सुधार
अश्विनी वैष्णव ने कहा, नया सिस्टम मौजूदा क्षमता से चार गुना से भी अधिक क्षमता के लिए डिजाइन किया गया है. उन्होंने बताया कि इस परियोजना को 182 करोड़ रुपये की लागत से मंजूरी दी गई है. उन्होंने मोबाइल टिकटिंग में सुधार पर भी प्रकाश डाला. रेलवे ने हाल ही में RailOne ऐप लॉन्च किया है, जिससे यात्री सीधे अपने स्मार्टफोन से रिजर्व और अनरिजर्व, दोनों तरह के टिकट बुक कर सकते हैं.
भारत में त्योहारों के मौसम में ट्रेन टिकट बुकिंग में हमेशा भारी उछाल आता है. यह वह समय होता है जब कई प्रवासी घर लौटते हैं और परिवार दुर्गा पूजा, दशहरा, दिवाली और छठ जैसे त्योहार मनाने के लिए एक साथ आते हैं. पिछले साल, रेल मंत्रालय ने ट्रेन टिकटों की एडवांस बुकिंग की समय सीमा 120 दिनों से घटाकर 60 दिन कर दी थी. लेकिन जैसे-जैसे त्योहारों का मौसम नजदीक आ रहा है और ट्रेन टिकट बुकिंग की मांग बढ़ रही है और यात्रियों के लिए ट्रेन टिकट बुक करना मुश्किल होता जा रहा है.
1 नवंबर 2024 से भारतीय रेलवे ने एडवांस टिकट बुकिंग की अवधि 120 दिनों से घटाकर 60 दिन कर दी है (यात्रा के दिन को छोड़कर). अगले दिन आने वाले इंटरमीडिएट स्टेशनों पर, 61 दिन पहले रिजर्वेशन कराया जा सकता है.
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