Mexico City: अमेरिका की तानाशाही उसे ही अब भारी पडने लगी है. मेक्सिको ने अमेरिका को डाक और पार्सल भेजने पर अस्थायी रूप से रोक लगाते हुए बडा झटका दिया है. अमेरिका द्वारा सभी आने वाले पैकेजों पर, चाहे उनकी कीमत कितनी भी हो, टैक्स लगाने के निर्णय के बाद यह फैसला लिया गया है.
डाक और पार्सल डिलीवरी अस्थायी रूप से रोक दी है
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले महीने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर डी मिनिमिस ट्रीटमेंट को समाप्त कर दिया. जिसके तहत 800 डॉलर से कम मूल्य के सामान को संयुक्त राज्य अमेरिका में शुल्क मुक्त प्रवेश की अनुमति दी गई थी. यह छूट शुक्रवार को समाप्त हो जाएगी. मेक्सिको की राष्ट्रीय डाक सेवा कोरियोस डे मेक्सिको ने कहा कि बुधवार से डाक और पार्सल डिलीवरी अस्थायी रूप से रोक दी गई है. मेक्सिको ने भारत, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जापान और न्यूजीलैंड जैसे देशों की तरह यह कदम उठाया है.
25 सदस्य देशों ने अमेरिका को डाक शिपमेंट भेजना बंद किया
मेक्सिकन सरकार के मुताबिक सेवाएं जल्दी और व्यवस्थित तरीके से फिर से शुरू करने के लिए वह अमेरिकी अधिकारियों और अंतरराष्ट्रीय डाक संगठनों के साथ बातचीत कर रही है. जिससे उपयोगकर्ताओं को परेशानी न हो और डिलीवरी में देरी या रुकावट न आए. मंगलवार को यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन UPU ने घोषणा की कि 25 सदस्य देशों ने अमेरिका को डाक शिपमेंट भेजना बंद कर दिया है. इसका कारण अमेरिकी प्रशासन द्वारा आयात पर 800 डॉलर से कम मूल्य की वस्तुओं के लिए नए सीमा शुल्क नियमों में बदलाव की अनिश्चितता है.
नए नियमों से डाक सेवाओं में रुकावट की आशंका
192 सदस्य देशों के साथ डाक क्षेत्र के लिए संयुक्त राष्ट्र की विशेष एजेंसी UPU ने एक बयान में कहा कि वह अमेरिकी अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रही है, ताकि नए नियमों की जानकारी सभी सदस्य देशों तक स्पष्ट रूप से पहुंचाई जा सके. यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन UPU के बयान में कहा गया कि इसके महानिदेशक मसाहिको मेटोकी ने सोमवार को अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो को पत्र लिखकर सदस्य देशों की चिंताओं को बताया. जिसमें नए नियमों से डाक सेवाओं में रुकावट की आशंका जताई गई.
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