India-Pakistan Match : हाल ही में इंडिया और पाकिस्तान के बीच हुए एशिया कप में पाकिस्तान के हराने के बाद भारतीय टीम के पाक खिलाड़ियों से हाथ न मिलाने पर शाहीद अफरीदी और शोएब अख्तर जैसे पूर्व खिलाड़ियों से लेकर मंत्री और नेता तक भारत के खिलाफ जहर उगलने लगे. ऐसे में अब जब पाकिस्तानी क्रिकेटर मोहम्मद यूसुफ ने भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव के नाम का गलत तरीके से इस्तेमाल करके बदतमीजी की है तो पाकिस्तानी चुप बैठे हैं. बता दें कि अब इस मामले को लेकर कोई पाकिस्तानी नेता या खिलाड़ी कुछ नहीं बोल रहा है, लेकिन बता दें कि एक पाक एक्सपर्ट ने मोहम्मद यूसुफ को बैन करने की अपील की है. ऐसे में उनका कहना है कि मोहम्मद यूसुफ की इस हरकत के लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए नही तो उन्हें बैन किया जाना चाहिए.
पाकिस्तानी लेखक और विश्लेषक की अपील
प्राप्त जानकारी के अनुसार बता दें कि इस मामले को लेकर पाकिस्तानी लेखक और विश्लेषक शकील चौधरी ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड से अपील भी की है कि कोड ऑफ कंडक्ट करना चाहिए, इसके साथ ही अपने खिलाड़ियों को सिखाएं कि कैसे बात करनी चाहिए. इस दौरान शकील चौधरी का कहना है कि मोहम्मद यूसुफ खुद पहले ईसाई थे और बाद में मुस्लिम बने और जब वह ईसाई थे तो पाकिस्तान में लोग इनके लिए कुछ गलत शब्द इस्तेमाल करके इनका मजाक बनाते थे.
सीनियर का बर्ताव नए खिलाड़ियों पर पड़ेगा असर
शकील चौधरी का कहना है कि ‘इस तरह की भाषा का इस्तेमाल शाहीद अफरीदी भी करते रहे हैं, लेकिन उनके लिए कहा जाता है कि वो रियाटर्ड क्रिकेटर हैं तो उनके लिए कोई बात नहीं, इस दौरान उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि वह सीनियर हैं तो वह किस तरह बर्ताव करते हैं उसका असर नए खिलाड़ियों पर पड़ेगा.’
सीनियर हो या जूनियर, शख्सियत वही रहती है
इस बात को दोहराते हुए पाकिस्तानी एक्सपर्ट ने कहा कि कोई भी सख्स सीनियर हो या जूनियर, लेकिन उसकी शख्सियत तो वही रहती है, इतना ही नही बल्कि आपके जूनियर्स आपसे ज्यादा गाइडेंस लेना चाहते हैं. इस दौरान उन्होंने सवाल करते हुए पूछा कि अगर आप किसी रिटायर्ड एंबेसडर का इंटरव्यू लेते हैं तो वह क्या भूल जाते हैं कि मैं कभी सर्विस में भी था. उसके कंधों पर वह जिम्मेदारी रहती है और उसकी पहचान एक एंबेसडर की तरह की जाती है.
पाकिस्तान खिलाड़ियों को सिखाए बात करने का तरीका
इसस मामले को लेकर शकील चौधरी ने कहा कि पाकिस्तानी की क्रिकेट विंग अथॉरिटी को कोड ऑफ कंडक्ट करना चाहिए. इसके साथ ही खिलाड़ियों को बताना चाहिए कि आप कौन सी बात कर सकते हैं और कौन सी नहीं. ऐसे में उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि इसके कुछ समय पहले शोएब अख्तर ने भी कहा था कि पहले हम कश्मीर फतह करेंगे, उसके बाद भारत फतह करेंगे और फिर गजवा ए हिंद होगा. उन्होंने बताया कि इस तरह की बातें देश की इमेज को खराब करती हैं.
मोहम्मद यूसुफ को बैन किया जाए
उन्होंने बताया कि हर कोई इस्लाम का एक्सपर्ट बना हुआ है. कोई गजवा ए हिंद पर एक्सपर्ट बन फिर रहा है. इस दौरान मोहम्मद यूसुफ को अपनी करनी पर माफी मांगनी चाहिए और अगर वह माफी नहीं मांगते हैं तो उनको बैन किया जाना चाहिए.
इसे भी पढ़ें :- ट्रंप को लगा झटका! भारत के साथ बिना टैरिफ के ट्रेड करेंगे ये देश