भारत अब वैश्विक स्तर पर टॉप-10 ब्रांडेड लक्ज़री रेजिडेंशियल बाजारों में अपनी जगह बना चुका है. रियल एस्टेट कंसल्टेंसी सैविल्स इंडिया की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस क्षेत्र में 2031 तक भारत में करीब 200% की वृद्धि होने का अनुमान है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि आने वाले 10 से 12 वर्षों में एशिया-पैसिफिक (APAC) क्षेत्र नॉर्थ अमेरिका को पीछे छोड़ सकता है. जबकि मध्य पूर्व और अफ्रीका जैसे क्षेत्रों में भी विस्तार देखा जा रहा है, लेकिन APAC की ग्रोथ रफ्तार सबसे अधिक रहने की संभावना है.
क्या कह रहे एक्सपर्ट्स
द इकनॉमक टाइम्स की खबर के अनुसार, सैविल्स इंडिया के एमडी अरविंद नंदन ने कहा, भारत का दुनिया के टॉप-10 मार्केट्स में शामिल होना यहां के लक्जरी रियल एस्टेट के लिए एक अहम मोड़ है. इस ग्रोथ की एक बड़ी वजह रिजॉर्ट जैसी जीवनशैली की बढ़ती लोकप्रियता है. साथ ही, मध्यम और ऊपरी मध्यम वर्ग के खंड में भी निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ रही है, जो किराये की आय के लिए रेंटल प्रोग्राम पसंद करते हैं.
ग्लोबल ब्रांड्स की भारत में दिलचस्पी
मैरियट जैसे वैश्विक ब्रांड अपनी विदेशी पहचान का फायदा उठाते हुए भारत में विस्तार कर रहे हैं, जैसे कि द रिट्ज-कार्लटन और सेंट रेजिस।
ब्रांड का महत्व
TARC लिमिटेड के सीईओ अमर सरीन (Amar Sareen) ने कहा कि आज के समझदार खरीदारों के लिए सिर्फ घर ही नहीं, बल्कि सेवाएं, पहचान, समुदाय की भावना और ब्रांड पर भरोसा ज्यादा मायने रखता है. सरीन ने आगे कहा कि भविष्य में उन डेवलपर्स की सफलता होगी जो ब्रांड की भावना, अनुभव और स्थानीय संस्कृति को अपनी परियोजनाओं में पूरी तरह शामिल कर पाएंगे.
भारत में अवसर
इस क्षेत्र में अभी अपेक्षाकृत कम विकसित बाजारों, जैसे भारत, में लाइफस्टाइल, डिजाइन और बेहतरीन सेवाओं पर जोर देने वाली अति-लक्जरी रिहायशी परियोजनाओं के लिए बहुत बड़ा अवसर है.
व्हाइटलैंड का कदम
व्हाइटलैंड कॉर्पोरेशन के निदेशक सुदीप भट्ट ने कहा, यह अनुमान भारत के लिए एक वैश्विक केंद्र बनने का एक बड़ा मौका दर्शाता है. गुरुग्राम में वेस्टिन रेजिडेंसीज लॉन्च करने के लिए मैरियट इंटरनेशनल के साथ उनकी साझेदारी इसी दिशा में एक कदम है. यह न केवल भारत की पहली, बल्कि दुनिया की सबसे बड़ी वेस्टिन-ब्रांडेड रेजिडेंसी परियोजना है.