Fatehpur Crime: एक सौतेले भाई के दीमाग में संपत्ति की लालच का भूत इस कदर चढ़ा कि उसने अपने भाई का काम तमाम करने की सोच दीमाग में बैठा लिया. क्राइम पेट्रोल देख उसके दीमाग में अपराध की बत्ती जली. फिर क्या था, उसने सुपारी देकर अपने भाई की हत्या कर दी. पुलिस ने इस हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए बताया कि चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस ने किया खुलासा- संपत्ति हड़पने के लिए कराई थी भाई की हत्या
एसपी ने बताया कि फतेहपुर के थाना चांदपुर क्षेत्र में एक सनसनीखेज हत्या का खुलासा हो गया है. उन्होंने बताया कि मृतक अमित कुमार उर्फ ललित (40 वर्ष) की हत्या उसके ही सौतेले भाई सचिन उर्फ गोलू (21 वर्ष) ने संपत्ति हड़पने के उद्देश्य से कराई थी. पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त लोहे की रॉड, अवैध पिस्टल, जिंदा कारतूस और 66 हजार रुपये नगद बरामद किए हैं. वहीं, फरार दो आरोपियों कीतलाश की जा रही है.
एसपी अनूप सिंह ने बताया
एसपी अनूप सिंह ने बताया कि बीते 27 सितंबर की शाम ग्राम सरहन बुजुर्ग निवासी अमित कुमार उर्फ ललित भंडारा खाने के लिए गांव झलिया गया था. अगले दिन 28 सितंबर को अमौली–सरहन बुजुर्ग मार्ग पर सड़क किनारे उसका शव मिला था. पत्नी की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की थी.
रिश्तेदार को दी थी अमित की हत्या की सुपारी
सर्विलांस और थाना पुलिस की टीम ने इलेक्ट्रॉनिक और वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर खुलासा किया कि हत्या का मास्टरमाइंड मृतक का सौतेला भाई सचिन उर्फ गोलू था. सचिन ने अपने रिश्तेदार शिवा (25 वर्ष) को हत्या की सुपारी दी थी. शुरुआत में हत्या के लिए 8 लाख रुपये की मांग की गई थी, जिसे बाद में पांच लाख रुपये में तय किया गया.
पिस्टल खरीदने के लिए दिए थे 76 हजार
हत्या की वारदात को अंजाम देने के लिए पिस्टल खरीदने हेतु 76 हजार रुपये भी दिए गए थे और वारदात के बाद ट्रैक्टर दिलाने का वादा किया गया था. उन्होंने बताया कि पुलिस की पूछताछ में सचिन ने स्वीकार किया कि उसने क्राइम पेट्रोल देखकर हत्या की पूरी योजना बनाई थी, ताकि अपने भाई की संपत्ति पर कब्जा कर सके.
पिस्टल से गोली मार और लोहे के रॉड से वार कर हुई थी अमित की हत्या
26 सितंबर को पहला प्रयास नाकाम रहा, 27 सितंबर को भंडारा खाने जाते समय सचिन ने शिवा को जानकारी दी. शिवा स्कूटी से पीछा करता रहा और साथियों को लोकेशन भेजता रहा. इसके बाद हनी, शनी, शानू और खागल ने मिलकर ललित पर लोहे की रॉड से वार और पिस्टल से गोली मारी थी. गंभीर रूप से घायल होने से ललित की मौत हो गई थी. इसके बाद आरोपी शव सड़क किनारे फेंककर फरार हो गए थे. अब आरोपित पुलिस के शिकंजे में है.
(रिपोर्ट, यश द्विवेदी)