China Traffic jam: चीन के अनहुई प्रांत में हाल ही में एक ऐसा भयंकर ट्रैफिक जाम देखने को मिला, जिसने दुनिया के कई बड़े शहरों के यातायात जाम को पीछे छोड़ दिया. अनहुई प्रांत में स्थित वुझुआंग टोल स्टेशन पर लाखों की संख्या में वाहन एक साथ सड़कों पर निकल पड़े और घंटों तक जाम में फंसे रहे.
बता दें वुझुआंग स्टेशन पर यह जाम एस वक्त लगा जब राष्ट्रीय दिवस और मध्य-शरद उत्सव की आठ दिवसीय (1 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक) लंबी छुट्टियों के बाद 9 अक्टूबर को लोग अपने गंतव्य की ओर लौट रहे थे.
ट्रैफिक जाम में 36 लेन भी पड़ीं कम
दरअसल, चीन का वुझुआंग टोल स्टेशन देश के सबसे बड़े टोल स्टेशनों में से एक है, जिसकी कुल 36 लेन हैं. लेकिन छुट्टियों के बाद वाहन चालकों की भीड़ इतनी ज्यादा थी कि ये सभी लेन भर गईं और कारों की लंबी कतारें कई किलोमीटर तक फैल गईं. इसका सोशल मीडिया पर ड्रोन फुटेज और वीडियो भी सामने आए है, जिसमें टोल स्टेशन से गुजरने के लिए जूझते वाहनों की लाल टेललाइट्स की लंबी चमकदार कतारें साफ देखी जा सकती हैं.
ये दृश्य रात के समय किसी रोशनी से जगमगाते मैदान की तरह नजर आ रहे थे. वाहन टोल गेट पार करने के लिए कई लेनों से सिमटकर चार-पांच लेनों में आ जाते थे, जिससे जाम और भी गंभीर हो गया.
फंसे वाहनों के चौकाने वाले आकड़े
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, सिर्फ वुझुआंग टोल स्टेशन पर ही करीब 1,20,000 वाहन एक साथ मौजूद थे. ये सभी लोग छुट्टियां बिताने के बाद वापस अपने शहरों की ओर लौट रहे थे. चीन के संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय ने बताया कि इस वर्ष की छुट्टियों के दौरान 88.8 करोड़ घरेलू यात्राएं दर्ज की गईं. यह आंकड़ा पिछले साल के 76.5 करोड़ यात्राओं की तुलना में कहीं अधिक है, जिसका सीधा असर सड़क यातायात पर भी पड़ा.
The return tide has arrived — millions of travelers are heading home from the holiday. pic.twitter.com/2cB8VAH7Nm
— China Perspective (@China_Fact) October 8, 2025
इतिहास का सबसे लंबा ट्रैफिक जाम
हालांकि यह कोई पहली बार नहीं है जब चीन को ऐसे विशाल ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा हो. इससे पहले साल 2010 में भी चीन ने इतिहास का सबसे लंबा ट्रैफिक जाम देखा था, जब बीजिंग-तिब्बत एक्सप्रेसवे (G110) पर लगभग 100 किलोमीटर लंबा जाम लग गया था. यह जाम 12 दिनों तक चला था, जिसमें हजारों वाहन और यात्री फंसे रहे थे.
उस समय ट्रकों के टूटने, खराब सड़क मरम्मत व्यवस्था और ओवरलोडिंग जैसे कारणों से हालात बिगड़ गए थे. लोगों को कई किलोमीटर पैदल चलकर पानी और खाना लेना पड़ा था. इस घटना ने चीन की यातायात व्यवस्था की गंभीर कमजोरियों को उजागर कर दिया था.
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