पद्मश्री से सम्मानित प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता और विकास भारती, रांची के सचिव अशोक भगत ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए पंचायती राज सचिव विवेक भारद्वाज से शिष्टाचार भेंट की. इस अवसर पर पद्मश्री अशोक भगत जी ने विवेक भारद्वाज जी को अपनी पुस्तक “परंपरा और प्रयोग” की प्रति भेंट की. यह पुस्तक समाज और संस्कृति के पारंपरिक मूल्यों तथा आधुनिक प्रयोगों के समन्वय पर आधारित है.
बता दें कि यह मुलाकात कृषि भवन, नई दिल्ली में संपन्न हुई, जहाँ दोनों के बीच ग्राम विकास और पंचायती राज प्रणाली को लेकर गहन चर्चा हुई. इस बैठक में मुख्य रूप से पंचायतों की भूमिका, योजनाओं की जमीनी क्रियान्वयन प्रक्रिया और तकनीक के माध्यम से पारदर्शिता बढ़ाने जैसे विषयों पर विचार-विमर्श हुआ. अशोक भगत ने झारखंड और अन्य आदिवासी क्षेत्रों में पंचायतों के अनुभव साझा किए और सरकार से जुड़ी योजनाओं में और बेहतर तालमेल की आवश्यकता पर बल दिया.
विवेक भारद्वाज ने भी बताया कि किस तरह सरकार पंचायतों को डिजिटल रूप से सशक्त करने की दिशा में काम कर रही है, जिससे ग्रामीण भारत की तस्वीर बदल रही है. समाज और शासन के बीच इस तरह का संवाद न सिर्फ नीति-निर्माण को मजबूत करता है, बल्कि ज़मीनी बदलाव की दिशा में एक ठोस कड़ी भी बनाता है.