इस साल सितंबर में कारों और एसयूवी सहित यात्री वाहनों की शिपमेंट में 4.4% की वृद्धि दर्ज हुई है, जो कुल 3,72,458 यूनिट्स पर पहुंच गई है, जबकि पिछले साल इसी महीने यह संख्या 3,56,752 यूनिट्स थी. यह आंकड़ा सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स ने बुधवार को जारी किए गए डेटा में साझा किया. इसी महीने दोपहिया वाहनों की बिक्री में भी 7% की बढ़ोतरी हुई है, जो 21,60,889 यूनिट्स रही, जबकि सितंबर 2024 में यह 20,25,993 यूनिट्स थी.
5.5% बढ़कर 84,077 यूनिट्स हुई तिपहिया वाहनों की शिपमेंट
इसके अलावा, तिपहिया वाहनों की शिपमेंट 5.5% बढ़कर 84,077 यूनिट्स हो गई, जो पिछले साल के 79,683 यूनिट्स से अधिक है. सियाम के अध्यक्ष शैलेश चंद्रा ने मीडिया को बताया, 22 सितंबर से महीने के केवल 9 दिनों के लिए नई जीएसटी दरें लागू होने के बावजूद, यात्री वाहनों, दोपहिया और तिपहिया वाहनों ने सितंबर में अपनी अब तक की सबसे ज्यादा बिक्री दर्ज की है. उन्होंने कहा कि आगे की स्थिति को देखते हुए, अनुकूल परिस्थितियों के कारण इस क्षेत्र का आउटलुक उत्साहजनक बना हुआ है.
जीएसटी 2.0 सुधार सरकार का एक ऐतिहासिक निर्णय
चंद्रा ने कहा, जीएसटी 2.0 सुधार सरकार का एक ऐतिहासिक निर्णय है, जो भारतीय ऑटो उद्योग को अगले स्तर पर पहुंचाने के अलावा, पूरी अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाएगा. जुलाई-सितंबर तिमाही में यात्री वाहनों की बिक्री 10,39,200 यूनिट्स रही, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही के 10,55,137 यूनिट्स के आंकड़े से थोड़ी कम है. तिमाही के दौरान दोपहिया वाहनों की बिक्री पिछले वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही की तुलना में 7% बढ़कर 55,62,077 यूनिट्स हो गई है.
भू-राजनीतिक घटनाक्रमों पर सतर्क नजर बनाए हुए है उद्योग
डीलरों को तिपहिया वाहनों की बिक्री जुलाई-सितंबर तिमाही में 10% की मजबूत दोहरे अंकों की वृद्धि के साथ 2,29,239 यूनिट्स रही, जो आर्थिक गतिविधियों के उच्च स्तर पर कायम रहने का संकेत देती है. बयान में कहा गया है कि हालांकि उद्योग भू-राजनीतिक घटनाक्रमों पर सतर्क नजर बनाए हुए है, लेकिन चालू वित्त वर्ष के बाकी समय के लिए समग्र दृष्टिकोण सकारात्मक बना हुआ है और इस क्षेत्र में वित्तीय वर्ष के अंत तक निरंतर विकास की उम्मीद जताई जा रही है.