Trump-Jinping Meeting: दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापार मुद्दों पर महीनों की उथल-पुथल के बाद संबंधों को स्थिर करने की ओर बढ़ रहे है. दरअसल अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ वार के दौरान दक्षिण कोरिया में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बैठक शुरू हो गई है. इस दौरान ट्रंप ने कहा कि हमारी मुलाकात बहुत सफल रहने वाली है. वो (शी जिनपिंग) बहुत सख्त वार्ताकार हैं, यह अच्छी बात नहीं है. हम एक-दूसरे को अच्छी तरह जानते हैं. हमारे बीच हमेशा से बहुत अच्छे संबंध रहे हैं.”
लंबे समय तक शानदार संबंध
अमेरिकी राष्ट्रपति ने बैठक के दौरान कहा कि “काफी लंबे समय बाद एक मित्र मिलने मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है. चीन के अत्यंत प्रतिष्ठित और आदरणीय राष्ट्रपति के साथ, हम पहले ही कई बातों पर सहमत हो चुके हैं और अभी कुछ और बातों पर सहमत होंगे, लेकिन राष्ट्रपति शी एक महान देश के महान नेता हैं और मुझे लगता है कि हमारे बीच लंबे समय तक शानदार संबंध बने रहेंगे. आपका हमारे साथ होना हमारे लिए सम्मान की बात है.”
समय-समय पर मतभेद होना सामान्य
वहीं, चीनी राष्ट्रपति ने भी ट्रंप से मुलाकात के बाद कहा कि “राष्ट्रपति ट्रंप, आपसे मिलकर मुझे बहुत खुशी हुई, और आपको दोबारा देखकर बहुत अच्छा लग रहा है क्योंकि कई साल बीत गए हैं. हमने 3 बार फोन पर बात की है, कई पत्रों का आदान-प्रदान किया है, और निकट संपर्क में रहे हैं. हमारे संयुक्त मार्गदर्शन में, चीन-अमेरिका संबंध कुल मिलाकर स्थिर रहे हैं. हमारी अलग-अलग राष्ट्रीय परिस्थितियों के कारण, हम हमेशा एक-दूसरे से सहमत नहीं होते, और दुनिया की 2 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच समय-समय पर मतभेद होना सामान्य बात है.
#WATCH | While meeting Chinese President Xi Jinping in Busan, South Korea, US President Donald Trump says, "We are going to have a very successful meeting. He is a very tough negotiator, that is not good. We know each other well. We have always had a great relationship…"… pic.twitter.com/8sZ7R2d8LJ
— ANI (@ANI) October 30, 2025
चीन और अमेरिका को होना चाहिए साझेदार मित्र
शी जिनपिंग ने कहा कि ”मैंने सार्वजनिक रूप से कई बार कहा है कि चीन और अमेरिका को साझेदार और मित्र होना चाहिए, इतिहास ने हमें यही सिखाया है.” बता दें कि इससे पहले ट्रंप और शी जिनपिंग के बीच 2019 में बुसान में ही हुई थी. वहीं, यह बैठक व्यापार की लेकर जटिल संबंधों को सुलझाने और वैश्विक स्थिरता बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है.
इसे भी पढें:-एशिया-प्रशांत कमर्शियल रियल एस्टेट निवेश 2025 Q3 में 63.8 अरब डॉलर पर पहुंचा, ऑस्ट्रेलिया सबसे आगे

