श्रीनगर: आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों ने कश्मीर घाटी में कार्रवाई तेज कर दी है. गुरुवार को अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली के लाल किला के पास हुए विस्फोट के बाद ‘सफेदपोश आतंकी’ मॉड्यूल के मामले में अनंतनाग, पुलवामा और कुलगाम जिलों से तीन सरकारी कर्मचारियों सहित करीब 10 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. इन संदिग्धों को रात भर चली छापेमारी में जांचकर्ताओं ने पकड़ा. मालूम हो कि दिल्ली में लालकिला के पास सोमवार की देर शाम हुए ब्लास्ट में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है.
आतंकी तंत्र के खिलाफ तेज हुआ अभियान
लाल किले के पास ब्लास्ट की इस घटना के बाद पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने घाटी में आतंकी तंत्र के खिलाफ अभियान की रफ्तार बढ़ा दिया है. पूछताछ में खुलासा हुआ कि हिरासत में लिए गए कुछ लोग पिछले एक साल में तुर्किये भी गए थे. विस्फोटकों के बड़े जखीरे की बरामदगी के मामले में डॉक्टरों सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. अब तक ‘सफेदपोश आतंकी’ मॉड्यूल के सिलसिले में 200 से ज्यादा लोगों से पूछताछ हो चुकी है. इस मॉड्यूल का पता इस महीने की शुरुआत में गिरफ्तार दो आतंकवादियों के गुर्गों की दी गई सूचना से चला था.
बारामूला जिले में भी अभियान
बारामूला जिले की पुलिस ने 12 नवंबर को पूरे जिले में कई सुनियोजित रोकथाम अभियान चलाया. इसका मकसद आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करना, विध्वंसक और कानून तोड़ने वाले तत्वों को बेअसर करना तथा जनता में शांति और विश्वास का माहौल बनाना था. इन अभियानों में निम्नलिखित कार्रवाइयां की गईं:
जमानत पर चल रहे 8 UAPA आरोपी चिह्नित किए गए, जिनकी जमानत रद्द करने की प्रक्रिया शुरू की गई, दो के मामले अदालत में पेश किए गए.
अलग-अलग जगहों पर 16 CASOs (कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशंस) चलाए गए.
जिले के विभिन्न चेकपॉइंट्स पर 292 वाहनों की गहन जांच की गई.
E&IMCO से जुड़े पांच लोगों और JEI (जमात-ए-इस्लामी) के दो सहयोगियों की तलाशी ली गई ताकि कानून का पालन सुनिश्चित हो.
UAPA के दो भगोड़े आरोपी का पता लगाया गया और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की गई.
विध्वंसक नेटवर्क से जुड़े 6 लोगों को पुलिस स्टेशन लाया गया और कानून के तहत कार्रवाई की गई.
OGWs से जुड़ी 22 संपत्तियों की तलाशी ली गई, 20 OGWs पर कार्रवाई हुई और दो को प्रिवेंटिव डिटेंशन में जेल भेजा गया.
UAPA (अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रिवेंशन एक्ट) के तहत दर्ज दो लोगों (जो जमानत पर थे) की जांच की गई, एक को रोकथाम कानून के तहत पकड़ा गया.
कानपुर में मेडिकल छात्र हिरासत में
मालूम हो कि उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते ने हाल ही में दिल्ली में हुए विस्फोट की जांच के सिलसिले में कानपुर के हृदय रोग की शिक्षा प्राप्त कर रहे डाक्टर को हिरासत में लिया है. गुरुवार को अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि डॉक्टर की पहचान 32 वर्षीय मोहम्मद आरिफ के रूप में हुई है, जो राजकीय गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल (GSVM) मेडिकल कॉलेज में डीएम (कार्डियोलॉजी) प्रथम वर्ष का छात्र है. उन्हें एक अज्ञात स्थान से हिरासत में लिया गया. बाद में, ATS की एक टीम ने नजीराबाद के अशोक नगर स्थित उसके किराए के आवास की तलाशी ली और फोरेंसिक जांच के लिए उसका मोबाइल फोन और लैपटॉप जब्त कर लिया. उसे पूछताछ के लिए दिल्ली ले जाया गया.

