Washington: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि कंबोडिया और थाईलैंड युद्ध कर रहे थे. अमेरिका की मध्यस्थता से हम संघर्ष विराम समझौते को बनाए रखने में सफल रहे हैं. ट्रंप ने सप्ताहांत में फ्लोरिडा स्थित अपने मार-ए-लागो एस्टेट के लिए उड़ान भरते समय एयरफोर्स वन अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक विमान में पत्रकारों से कहा कि मैंने आज ही एक युद्ध रोका है.
शुल्क लगाने की इच्छाशक्ति के कारण संभव
ट्रंप ने कहा कि उनके ये कदम दुनिया भर के देशों पर भारी शुल्क लगाने की उनकी इच्छाशक्ति के कारण संभव हुए हैं. ट्रंप का तर्क है कि उनकी देशों पर शुल्क लगाने की रणनीति के कारण अमेरिका को व्यापार और कूटनीतिक लाभ में बड़ी बढ़त मिलती है. राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने कंबोडिया और थाईलैंड के प्रधानमंत्रियों से फोन पर बात की थी जो अब बहुत अच्छा कर रहे हैं. इन दोनों दक्षिण-पूर्व एशियाई पड़ोसी देशों के बीच सीमा को लेकर क्षेत्रीय विवाद के कारण जुलाई के अंत में पांच दिनों तक सशस्त्र संघर्ष चला था जिसमें कई सैनिक और आम नागरिक मारे गए थे.
व्यापार संबंधी नहीं मिलेगा विशेषाधिकार
ट्रंप ने धमकी दी थी कि अगर दोनों देशों ने युद्ध नहीं रोका तो उन्हें व्यापार संबंधी विशेषाधिकार नहीं मिलेगा, जिससे संघर्ष को अस्थायी रूप से रोकने में मदद मिली. हालांकि इस सप्ताह संघर्ष विराम उस समय टूटने की कगार पर पहुंच गया था जब कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन मानेत ने कहा कि थाईलैंड के साथ लगती उनके देश की सीमा पर गोलीबारी में एक ग्रामीण की मौत हो गई.
कम से कम चार जगहों पर चल रहे होते युद्ध
इससे पहले ट्रंप ने दावा किया था कि अगर मेरे पास टैरिफ लगाने की ताकत नहीं होती तो आज दुनिया में सात में से कम से कम चार जगहों पर युद्ध चल रहे होते. उन्होंने भारत और पाकिस्तान का उदाहरण देते हुए कहा था कि वे लड़ाई के लिए तैयार थे. सात विमान गिराए गए थे और परमाणु शक्तियां भिड़ने को तैयार थीं. ऐसे में ट्रंप ने दावा किया था कि मैं यह नहीं बताना चाहता कि मैंने ठीक.ठीक-क्या कहा था, लेकिन जो मैंने कहा वह बहुत प्रभावी था.
इसे भी पढ़ें. बाबू गैदा सिंह जी की पुण्यतिथि पर कुशीनगर में श्रद्धांजलि सभा और सम्मान समारोह, CMD उपेन्द्र राय होंगे मुख्य अतिथि

