Russian President Putin Arrives In Kyrgyzstan: यूक्रेन से चल रही भीषण जंग के बीच बुधवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक पहुंचे. हवाई अड्डे पर किर्गिज गणराज्य के राष्ट्रपति सदिर जापारोव ने उनका भव्य स्वागत किया. इसके बाद दोनों नेता काफिले के साथ राष्ट्रपति निवास स्थान यंतिमाक ओर्दो के लिए रवाना हो गए, जहां अब दोनों देशों के बीच आधिकारिक द्विपक्षीय वार्ताएं शुरू हो रही हैं. यंतिमाक ओर्दो निवास किर्गिस्तान का आधिकारिक सरकारी अतिथि गृह है, जो बिश्केक के पास पहाड़ियों में स्थित है और अपने शानदार दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है. यहां पहले भी कई अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलन और द्विपक्षीय बैठकें हो चुकी हैं.
किर्गिस्तान रूस का है जिगरी यार
राष्ट्रपति पुतिन का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब मध्य एशिया में रूस अपने पारंपरिक प्रभाव को मजबूत करने की कोशिश कर रहा है. किर्गिस्तान रूस का पुराना सहयोगी है और दोनों देश यूरेसियन आर्थिक संघ (EAEU) तथा सामूहिक सुरक्षा संधि संगठन (CSTO) के सदस्य हैं.
🚨🇷🇺🇰🇬 President Putin arrives for key talks in Kyrgyzstan
Vladimir Putin has arrived at the Yntymak Ordo Residence in Kyrgyzstan, where he will now hold official negotiations with President Sadyr Japarov. pic.twitter.com/gb6ImAl0mp
— Sputnik (@SputnikInt) November 26, 2025
आज की वार्ता में मुख्य रूप से निम्नलिखित मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है-
रूसी सैन्य अड्डे (कांत एयर बेस) के भविष्य पर बातचीत
सांस्कृतिक और मानवीय संबंधों को मजबूत करना
द्विपक्षीय व्यापार और आर्थिक सहयोग को बढ़ाना
ऊर्जा क्षेत्र में नए प्रोजेक्ट (खासकर हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्लांट)
क्षेत्रीय सुरक्षा और अफगानिस्तान की स्थिति
ट्रंप के शांति प्लान पर भी चर्चा संभव
सूत्रों के मुताबिक, इस यात्रा का एक अहम पहलू रूस-यूक्रेन युद्ध भी है, जिसमें ट्रंप के शांति प्लान पर भी चर्चा संभव है. किर्गिस्तान के राष्ट्रपति जापारोव ने पुतिन के स्वागत में कहा, “रूस हमारे लिए रणनीतिक साझेदार है. आज की बैठक दोनों देशों के बीच मित्रता और सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी.” वार्ता के बाद दोनों नेता संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे तथा कई समझौतों और द्विपक्षीय दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे. इसके बाद राष्ट्रपति पुतिन बृहस्पतिवार की सुबह कलेक्टिव सिक्योरिटी ट्रीटी आर्गेनाइजेशन (CSTO) के शिखर सम्मेलन में भी हिस्सा लेंगे, जो इसी सप्ताह बिश्केक में हो रहा है.
रूस मध्य एशिया में अपनी स्थिति को कर रहा मजबूत
यूक्रेन के साथ निर्णायक युद्ध और बड़े समझौते की संभावनाओं के बीच यह दौरा रूस के लिए मध्य एशिया में अपनी स्थिति को मजबूत करने का एक और कदम माना जा रहा है, खासकर जब पश्चिमी देशों से प्रतिबंधों के बीच मॉस्को नए आर्थिक और राजनीतिक साझेदारों की तलाश में है. फिलहाल, यंतिमाक ओर्दो निवास में बंद कमरे में दोनों नेताओं की आमने-सामने की वार्ता चल रही है. कुछ घंटों में परिणामों की आधिकारिक घोषणा होने की उम्मीद है.

