India Bangladesh Relations: बांग्लादेश में युवा नेता उस्मान हादी के मौत के बाद से हंगामा मचा हुआ है. हर तरफ लोग सड़कों पर उतर कर नारेबाजी कर रहे हैं और आरोपी की गिरफ्तारी की मांग कर रहें हैं. इन सबके बीच दर्दनाक सांप्रदायिक हिंसा का मामला भी सामने आया है. देश में ईशनिंदा के आरोप के चलते हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. इतना ही नहीं, दीपू के शव को पेड़ से बांधकर आग के हवाले कर दिया.
ऐसे में भारत ने अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार की निंदा करते हुए बांग्लादेश के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है. दरअसल, असम पुलिस और बीएसएफ ने रविवार को संयुक्त अभियान चलाकर नागांव और कार्बी आंगलोंग जिलों से 19 अवैध घुसपैठियों को पकड़ा. इसके बाद इन सभी घुसपैठियों को इनके देश वापस भेज दिया गया. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इन घुसपैठिओं की तस्वीर भी सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर शेयर की.
सीएम सरमा ने एक्शन को लेकर क्या कहा?
सीएम सरमा ने इस कार्रवाई को घुसपैठियों के लिए पूरा कयामत का पल बताया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इन घुसपैठिओं को वापस भेजे जाने की जानकारी देते हुए लिखा कि ये लोग भारत से गायब हो गए और अपने नर्क में फिर से पहुंच गए. संदेश बिल्कुल साफ है- असम में अवैध रूप से रहना मतलब अंत निश्चित है. मुख्यमंत्री ने इस बयान के जरिए अवैध घुसपैठ के खिलाफ राज्य सरकार के सख्त रुख को सामने रखा.
अवैध घुसपैठिओं को हटाना मकसद
वहीं, ऑपरेशन में शामिल अधिकारियों ने कहा कि यह कार्रवाई एक बड़े अभियान का हिस्सा है, जिसका मकसद उन अवैध घुसपैठिओं को हटाना है, जो असम की आबादी के संतुलन और राज्य की सुरक्षा के लिए खतरा बन रहे हैं. उन्होंने बताया कि सरकार ने यह कदम बहुत तेजी और सख्ती से उठाया है, जिससे यह साफ संदेश जाए कि जो लोग असम को छिपने या रहने की जगह समझ रहे हैं, उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए. यह कार्रवाई ऐसे लोगों के लिए एक चेतावनी है कि असम में अवैध रूप से रहना अब आसान नहीं होगा.
बिना कानूनी अनुमति असम में नहीं रह सकते लोग
अधिकारियों का कहना है कि यह ऑपरेशन मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की उस लगातार कोशिश के अनुरूप है, जिसमें वे असम की पहचान, संस्कृति और सुरक्षा को बचाने पर जोर दे रहें हैं. सरकार का रुख बिल्कुल साफ है- अवैध घुसपैठ के मामले में कोई नरमी नहीं बरती जाएगी. जो लोग बिना कानूनी अनुमति के असम में रह रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त और सीधे कदम उठाए जाएंगे.
BAN में अल्पसंख्यकों पर हिंसा
बता दें कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमलों को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है. देश में मैमनसिंह में दीपू चंद्र दास की हत्या हुई थी. उसपर आरोप था कि उसने पैगंबर के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी की है. इसके बाद भीड़ ने उसको पीटा और इतना पीटा की पीट-पीटकर हत्या कर दी. इसी के बाद भारत ने इस हिंसा की निंदा की है और चिंता जताई है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत ने ढाका से यह पक्का करने की अपील की थी कि दीपू चंद्र दास की हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा मिले.
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