World Longest Wall: कहां जाकर खत्म हो जाती है चीन की दीवार? जानिए इससे जुड़े रोचक तथ्य

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

World Longest Wall: अगर आप से कोई पुछे कि दुनिया की सबसे बड़ी दीवार कौन सी है तो आपका उत्‍तर होगा चीन की दीवार. यह अपनी बेजोड़ लंबाई के वजह से दुनियाभर में मशहूर है. दुनिया के सात अजूबों में शामिल इस वास्‍तुशिल्‍प कृति को इंग्‍लिश में The Great Wall Of China कहते हैं. चीन के लोग इसको ‘वान ली चैंग चेंग’ के नाम से जानते हैं.

कहा जाता है कि पहली बार इसका निर्माण दो हजार 7 सौ साल पहले यानी 290 ईसा पूर्व पहले चुनकिउ के समय में हुआ था. लेकिन तब से लेकर अब तक इस दीवार को कई बार तोड़ा गया और फिर से बनाया गया. इसे देखने के लिए दुनियाभर से पर्यटक आते हैं. इन दीवार की शुरुआत हेबेई प्रांत के शांहाईगुआन से होती है, लेकिन खत्म कहां होती है? इसके बारे में बहुत कम ही लोग जानते होंगे.

बोहाई समुद्र में जाकर मिलती है ये दीवार

अगर आपको जानकारी नही है कि ये दीवार कहां खत्‍म होती है तो आपको बता दें कि शांहाईगुआन से शुरू होकर किनहुआंग्दाओ शहर में मौजूद शंहाई पास (Shanhai Pass) में यह दीवार (World Longest Wall) खत्म हो जाती है. वहां पर दुनिया की महान दीवार बोहाई समुद्र (Bohai Gulf) में जाकर मिल जाती है, जो इसकी अंतिम छोर है. दीवार के इस आखिरी छोर को लाओलोंगतु ( Laolongtou ) या ओल्ड ड्रैगन हेड के नाम से जाना जाता है. ओल्ड ड्रैगन हेड नाम के पीछे भी रोचक कहानी फेमस है. कहते हैं कि जिस जगह ये दीवार समुद्र में मिलती है, उसे देखकर ऐसा मालूम पड़ता है कि मानो ड्रैगन अपना मुंह समुद्र में डूबा रहा है.

दीवार की लंबाई ही इसकी पहचान

ये दीवार चीन के अलग-अलग हिस्सों तक फैली हुई है. ऐसे में जो पर्यटक लाओलोंगतु में इस दीवार को देखने आते हैं, उन्हें दीवार के अलावा कई तरह के खूबसूरत आर्ट वर्क भी देखने को मिलते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी, सारे कोनों को मिलाते हुए ये दीवार 21 हजार 196 किलोमीटर लंबी है. शुरुआत में इसे लकड़ी और पत्थरों के इस्तेमाल से बनाया गया था. बाद में इसमें ईंट का इस्‍तेमाल किया गया.

कहा जाता है कि दीवार को बनाने में करीब 20 लाख मजदूर लगे थे, जिसमें से 10 लाख लोगों की मौत हो गई थी. माना जाता है कि जितने भी लोगों ने जान गंवाई थी उन्‍हें इसी दीवार के नीचे ही दफना दिया गया. इसलिए इस दीवार को दुनिया का सबसे बड़ा कब्रिस्तान भी कहते हैं.

किए जाते हैं कई फर्जी दावे

चीन की दीवार को लेकर तमाम फर्जी दावे किए जाते हैं. कुछ का कहना है कि इसे चांद से देखा जा सकता है, लेकिन हकीकत ऐसा नहीं है. कुछ लोगों का ये भी मानना है कि अंतरिक्ष से भी ये दीवार नजर आती है. लेकिन ये बात भी बिल्‍कुल गलत है. नासा ने भी इसकी पुष्टि नहीं की. वैसे विशेषज्ञ बताते हैं कि तीन किलोमीटर की ऊंचाई पर जाने के बाद ही ये दीवार इंसानी बाल की तरह पतली दिखाई देने लगती है. ऐसे में अंतरिक्ष से खुली आंखों से इसे देख पाना असंभव है.

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