टेक कंपनी एप्पल (Tech company Apple ) ने इस वर्ष जनवरी-मार्च तिमाही में भारत में अब तक का सबसे अधिक शिपमेंट वॉल्यूम दर्ज किया, जिसमें 29% की वार्षिक वृद्धि दर्ज हुई. हाल ही में आई एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. काउंटरपॉइंट रिसर्च के मुताबिक, वैल्यू के मामले में भी टेक दिग्गज ने बाजार का नेतृत्व किया. स्मार्टफोन बाजार ने 2025 की पहली तिमाही में भारत के अपना ध्यान अधिक सस्टेनेबल और स्ट्रक्चर्ड ग्रोथ की तैयारी की ओर शिफ्ट किया.
प्रमुख ब्रांडों ने हाई-इन्वेंट्री लेवल से डील करने के लिए अतिरिक्त स्टॉक को क्लियर करने को प्राथमिकता दी, ताकि ऑपरेशन्स स्थिर रखा जा सके और वर्ष के बचे हुए हिस्से के लिए एक मजबूत आधार तैयार किया जा सके. सीनियर रिसर्च एनालिस्ट प्राचिर सिंह (Prachir Singh) ने कहा, इन्वेंट्री एडजस्टमेंट के बावजूद, अल्ट्रा-प्रीमियम प्रोडक्ट के लिए उपभोक्ता मांग मजबूत रही. नतीजतन, अल्ट्रा-प्रीमियम सेगमेंट (45,000 रुपए और उससे अधिक) में सालाना आधार पर 15% की वृद्धि दर्ज की गई। कोरोना के बाद औसत बिक्री मूल्य में 11% CAGR की वृद्धि हुई, जो प्रीमियम डिवाइस की ओर बदलाव को दर्शाता है. इस निरंतर प्रीमियमाइजेशन ट्रेंड को बढ़ते सामर्थ्य और फाइनेंसिंग विकल्पों के विस्तार से समर्थन मिला, जिसने हाई-एंड डिवाइस को अधिक से अधिक ग्राहकों तक पहुंचाने में मदद की.
वहीं, शोध विश्लेषक शुभम सिंह (Shubham Singh) ने कहा, 2025 की पहली तिमाही में, वीवो ने 9% की वार्षिक वृद्धि दर्ज करते हुए भारत के स्मार्टफोन बाजार में अपने नेतृत्व को मजबूत किया और लगातार तीसरी तिमाही में शीर्ष पर रहा. इस बीच, एप्पल ने अपनी ऊपर की ओर मजबूत गति जारी रखी और 29% वार्षिक वृद्धि दर्ज की. कंपनी ने भारत में अपनी उच्चतम तिमाही वॉल्यूम दर्ज की, जिससे प्रीमियम सेगमेंट में एप्पल का प्रभुत्व और मजबूत हुआ.
उन्होंने कहा, यह प्रदर्शन देशभर में हाई-एंड डिवाइस की बढ़ती अपील को रेखांकित करता है, साथ ही एप्पल वैल्यू के मामले में भी बाजार में सबसे आगे बना हुआ है. ओप्पो ने ए3 और के-सीरीज के मजबूत प्रदर्शन के साथ तीसरा स्थान हासिल किया. इस तिमाही के दौरान नथिंग सबसे तेजी से बढ़ने वाला ब्रांड रहा, जिसने नई लॉन्च की गई 3ए सीरीज द्वारा संचालित 156% वार्षिक वृद्धि दर्ज की.
यह लगातार पांचवीं तिमाही थी, जब नथिंग ने भारत में सबसे तेजी से बढ़ने वाले ब्रांड का स्थान हासिल किया. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के स्मार्टफोन बाजार को इस साल अनुकूल आर्थिक परिदृश्य और भारतीय मैन्युफैक्चरिंग में वैश्विक रुचि बढ़ने से सहयोग मिलेगा.