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प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Cryptocurrency Bitcoin) की कीमत सोमवार को 2.75% बढ़कर 1,21,097.94 डॉलर हो गई है. यह पहला मौका है जब दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी की कीमत 1,21,000 डॉलर से अधिक हो गई है. कॉइनमार्केटकैप के डेटा के अनुसार, कीमत में तेजी आने से बिटकॉइन का बाजार पूंजीकरण बढ़कर 2.41 ट्रिलियन डॉलर हो है. अब तक के कारोबार में ट्रेडिंग वॉल्यूम 60 अरब डॉलर से अधिक रही है.
रिपोर्ट्स के अनुसार, इस साल की शुरुआत से अब तक बिटकॉइन की कीमत में 29% से अधिक का इजाफा हो चुका है. इसके साथ अन्य क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में भी इजाफा देखा जा रहा है. कॉइनमार्केटकैप के डेटा के अनुसार, दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी एथेरियम की कीमत 3.28% बढ़कर 3,054.96 डॉलर हो गई है और मार्केटकैप 368.77 अरब डॉलर पर पहुंच गया है. इस दौरान ट्रेड वॉल्यूम 21.62 अरब डॉलर रही.
बाजार के जानकारों के मुताबिक, संस्थागत खरीदारों के कारण बिटकॉइन की कीमत अगले एक-दो महीनों में 1,25,000 डॉलर तक पहुंच सकती है. CIFDAQ के संस्थापक और अध्यक्ष हिमांशु मराडिया ने कहा, बिटकॉइन की तेजी में संस्थागत मांग एक प्रमुख चालक बनी हुई है और अमेरिकी बिटकॉइन ETF में अब तक 50 अरब डॉलर से अधिक का शुद्ध निवेश हुआ है. अकेले ब्लैकरॉक के पास 65 अरब डॉलर से अधिक का बिटकॉइन है, जबकि कॉर्पोरेट ट्रेजरी में लगातार वृद्धि हो रही है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन (donald trump administration) के क्रिप्टो समर्थक रुख, रणनीतिक बिटकॉइन रिजर्व पर जोर देने और ईटीएफ अप्रूवल मानदंडों को आसान बनाने से भी आशावाद को बल मिल रहा है. उन्होंने आगे कहा, कमजोर डॉलर, बढ़ती ट्रेजरी मांग और सॉवरेन क्रेडिट डाउनग्रेड जैसे व्यापक आर्थिक बदलाव, बिटकॉइन को एक हेज के रूप में और मजबूत बना रहे हैं. नियामक स्पष्टता में सुधार और कॉइनबेस के एसएंडपी 500 में प्रवेश करने के साथ, मुख्यधारा की संपत्ति के रूप में बिटकॉइन की स्थिति पहले कभी इतना मजबूत नहीं रही. बड़ी बात यह है कि यह तेजी पूरी तरह से खुदरा क्षेत्र से प्रेरित नहीं है। यह विविध निवेश पोर्टफोलियो में वर्चुअल डिजिटल एसेट्स (virtual digital assets) की बढ़ती भूमिका और बिटकॉइन की मान्यता को दर्शाता है.