Delhi-NCR क्षेत्र में जुलाई से सितंबर 2025 की अवधि के दौरान आवासीय संपत्तियों की औसत कीमतों में सालाना आधार पर 19% की तेज बढ़त दर्ज की गई, जो भारत के शीर्ष शहरों में सबसे अधिक है. स्थिर आर्थिक माहौल, कम इन्वेंट्री लेवल और मजबूत एंड-यूज़र डिमांड इस वृद्धि के प्रमुख कारण रहे. यह जानकारी नाइट फ्रैंक इंडिया द्वारा सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में सामने आई है. रिपोर्ट के अनुसार, 2025 की तीसरी तिमाही में Delhi-NCR देश का सबसे मजबूत प्रदर्शन करने वाला आवासीय बाजार रहा. यह बढ़त मुख्य रूप से गुरुग्राम और नोएडा जैसे स्थापित माइक्रो मार्केट्स में प्रीमियम और लग्ज़री संपत्तियों की लगातार ऊंची मांग की वजह से देखी गई, जो इस क्षेत्र में रियल एस्टेट सेक्टर की मजबूती को दर्शाती है.
प्रीमियमीकरण का चलन बाजार को नया दे रहा रूप
प्रीमियमीकरण का चलन बाजार को नया रूप दे रहा है, घर खरीदार बड़े घरों, बेहतर सुविधाओं और रेडी टू मूव इन या लगभग तैयार संपत्तियों को प्राथमिकता दे रहे हैं. पिछले उच्च-वृद्धि चरणों के बाद, जहां कुल बिक्री मात्रा में स्थिरता देखी गई, वहीं लेन-देन का अंतर्निहित बिक्री मूल्य लगातार बढ़ता रहा, जिससे खरीदारों का विश्वास और डेवलपर का हाई-टिकट लॉन्च पर ध्यान केंद्रित हुआ. नाइट फ्रैंक इंडिया के कार्यकारी निदेशक (नॉर्थ) मुदस्सिर जैदी ने कहा, यह वृद्धि सकारात्मक है. यह वास्तविक एंड यूजर के विश्वास और क्वालिटी इन्वेंट्री की घटती सप्लाई द्वारा समर्थित है. हाई-वैल्यू सेगमेंट अग्रणी बना हुआ है, जिससे एनसीआर की भारत में हाई-ग्रोथ रेजिडेंशियल डेस्टिनेशन के रूप में स्थिति पुष्ट होती है.
दिल्ली-एनसीआर में लीजिंग की मांग बनी रही स्थिर
2024 की तीसरी तिमाही के असाधारण प्रदर्शन की तुलना में, 2025 की तीसरी तिमाही में पैन इंडिया स्तर पर लीजिंग वॉल्यूम में हल्की गिरावट देखी गई, लेकिन दिल्ली-एनसीआर में लीजिंग की मांग स्थिर बनी रही. इस क्षेत्र में ग्रॉस लीजिंग में मजबूती का मुख्य कारण वैश्विक क्षमता केंद्रों (GCCs) द्वारा लगातार स्पेस अधिग्रहण और बीएफएसआई व परामर्श क्षेत्र में घरेलू कॉरपोरेट्स की विस्तार योजनाएं रहीं. साथ ही, हाई-क्वालिटी ग्रेड-A ऑफिस स्पेस की उपलब्धता पर ज़ोर और ऑक्यूपायर्स की स्थिर रुचि ने किराया दरों पर दबाव बनाए रखा। नतीजतन, इस तिमाही के दौरान दिल्ली-एनसीआर में औसत ऑफिस रेंट में सालाना आधार पर 9% की वृद्धि दर्ज की गई, जो बाज़ार में सकारात्मक रुझान का संकेत है.
निर्माण कार्यों में 42 प्रतिशत की महत्वपूर्ण वृद्धि
रिपोर्ट में कहा गया है कि गुरुग्राम के साइबर सिटी और गोल्फ कोर्स रोड जैसे माइक्रो मार्केट, नोएडा के प्राइम लोकेशन के साथ एक्टिविटी के प्रमुख चालक बने रहे, जिन्हें लिमिटेड नई सप्लाई और स्थापित संपत्तियों में हाई ऑक्यूपेंसी लेवल का लाभ मिला. तिमाही के दौरान शहर में 15 लाख वर्ग फुट नए ऑफिस स्पेस भी निर्मित हुए, जिससे निर्माण कार्यों में 42 प्रतिशत की महत्वपूर्ण वृद्धि हुई.
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