भारत में पिछले एक वर्ष में घरेलू निवेशकों का रिकॉर्ड उच्च प्रवाह, FPI निकासी का दोगुना

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
उद्योग के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 12 महीनों में सेकेंडरी मार्केट में घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) का कुल निवेश 80 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जो विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) द्वारा की गई 40 अरब डॉलर की निकासी का दोगुना है. आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के मुताबिक, हाल के बाजार उतार-चढ़ाव के बावजूद, एफपीआई की भारी बिकवाली के मुकाबले डीआईआई की खरीदारी अब तक के रिकॉर्ड के मुकाबले सबसे मजबूत रही, जिसमें 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट और 2022 की बिकवाली भी शामिल है.
इस वर्ष, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने भारतीय शेयर बाजार में 4 लाख करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया, जो 2007 के बाद पहले सात महीनों के दौरान सबसे बड़ा निवेश है. हालांकि, इस मजबूत घरेलू समर्थन के बावजूद, हाल के महीनों में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) की आक्रामक बिकवाली ने बाजार रिटर्न को सीमित किया है. पिछले 12 महीनों में सभी बाजार पूंजीकरणों के सूचकांक स्थिर या नकारात्मक प्रदर्शन कर रहे हैं. अप्रैल से जून तक एफपीआई का निवेश 1.2 से 2.3 अरब डॉलर के बीच रहा, लेकिन जुलाई में यह उलट गया और 2.9 अरब डॉलर की निकासी हुई, जबकि अगस्त में भी बिकवाली जारी रही.
ICICI सिक्योरिटीज ने बताया, जुलाई 2025 में एफपीआई के पलायन से पहले, FY26 की पहली तिमाही में सभी बाजार पूंजीकरणों में विदेशी निवेशक शुद्ध खरीदार थे. डीआईआई और एफआईआई ने शेयर जमा किए, जबकि प्रमोटरों, व्यक्तिगत निवेशकों (स्मॉलकैप को छोड़कर) और प्रत्यक्ष विदेशी निवेशकों ने इक्विटी आपूर्ति प्रदान की. जुलाई 2025 में, एफपीआई ने भारत से 2.9 अरब डॉलर निकाले. इसके विपरीत, ताइवान ने 18.3 अरब डॉलर, जापान ने 16.1 अरब डॉलर और दक्षिण कोरिया ने 4.5 अरब डॉलर का निवेश आकर्षित किया.
अगस्त में, दक्षिण कोरिया के साथ-साथ भारत से भी निकासी हुई. जापान ने 12.5 अरब डॉलर और इंडोनेशिया ने 51.5 करोड़ डॉलर का निवेश आकर्षित किया. 2025 के केवल सात महीनों में डीआईआई ने 2024 के कुल निवेश में 80% से अधिक का योगदान दिया, जिससे बाजार को आवश्यक समर्थन मिला. 2025 में डीआईआई निवेश सालाना आधार पर औसत निफ्टी बाजार पूंजीकरण के 2.2 प्रतिशत तक पहुंच गया, जो 2007 के बाद से उच्चतम स्तर है.

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