जीएसटी सुधारों और फेस्टिव सीजन की शुरुआत के चलते अक्टूबर 2025 में भारत के उपभोक्ता विश्वास (Consumer Sentiment) में 1.4% अंकों की वृद्धि दर्ज की गई है. मार्केट रिसर्च फर्म इप्सोस (Ipsos) की रिपोर्ट के अनुसार, हालिया कर सुधारों और त्योहारों के मौसम ने परिवारों को अधिक बचत करने और अपनी इच्छानुसार खर्च बढ़ाने में मदद की है. रिपोर्ट के अनुसार, भारत के नेशनल इंडेक्स स्कोर में पॉजिटिव बदलाव देखा गया है. यह बदलाव नौकरियों, पर्सनल फाइनेंस, इन्वेस्टमेंट और इकॉनमी को लेकर बड़े पैमाने पर आशावाद को दिखाता है.
ऑस्ट्रेलिया और जापान में कंज्यूमर सेंटिमेंट में गिरावट
क्षेत्रीय स्तर पर एशिया-पैसिफिक में कंज्यूमर सेंटीमेंट सकारात्मक देखा गया, जहां इंडोनेशिया में सबसे ज़्यादा 6.5% अंकों की बढ़ोतरी देखी गई. इसके बाद थाईलैंड में 3.6 अंक, दक्षिण कोरिया में 2.6 अंक, मलेशिया में 2.1 अंक भारत में 1.4 अंकों की बढ़ोतरी हुई. इसके उलट, ऑस्ट्रेलिया और जापान में कंज्यूमर सेंटिमेंट में गिरावट आई, जो क्रमशः 2.1 और 2.0% अंक कम हो गया. ये नतीजे इप्सोस द्वारा अपने ग्लोबल एडवाइजर ऑनलाइन सर्वे प्लेटफॉर्म और भारत में अपने इंडियाबस प्लेटफॉर्म पर हर महीने 30 देशों में किए गए सर्वे के डेटा पर आधारित हैं.
भारत 58.4 के स्कोर के साथ दूसरे स्थान पर
इप्सोस की रिपोर्ट के मुताबिक, सर्वे किए गए 30 देशों में इंडोनेशिया 58.8 के नेशनल इंडेक्स स्कोर के साथ शीर्ष पर है, जो मासिक आधार पर 6.5% अंकों की मजबूत बढ़त को दर्शाता है. भारत 58.4 के स्कोर के साथ दूसरे स्थान पर रहा, जिसमें पिछले महीने की तुलना में 1.4 पॉइंट्स की वृद्धि दर्ज की गई है. रिपोर्ट में बताया गया है कि सर्वे में शामिल 30 देशों में से 11 देशों ने 50 या उससे अधिक का नेशनल इंडेक्स स्कोर हासिल किया है, जो उपभोक्ता विश्वास के उच्च स्तर को दर्शाता है. इन देशों में भारत के अलावा मलेशिया, स्वीडन, ब्राज़ील, मेक्सिको, थाईलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका, नीदरलैंड्स, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया और पोलैंड शामिल हैं.
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