भारत का वस्तु एवं सेवा निर्यात अप्रैल–अक्टूबर में 4.84% बढ़कर 491.8 अरब डॉलर

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से अक्टूबर के बीच भारत का कुल वस्तु एवं सेवा निर्यात 4.84% बढ़कर 491.80 अरब डॉलर पर पहुंच गया है, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 469.11 अरब डॉलर रहा था. ताज़ा डेटा बताता है कि इस साल अप्रैल से अक्टूबर के दौरान वस्तुओं का कुल निर्यात बढ़कर 254.25 अरब डॉलर हो गया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि के 252.66 अरब डॉलर की तुलना में 0.63% की मामूली वृद्धि दर्शाता है.
इस वर्ष अप्रैल से अक्टूबर तक की अवधि में गैर-पेट्रोलियम निर्यात 219.90 अरब डॉलर दर्ज किया गया है, जो कि बीते वर्ष की समान अवधि के 211.60 अरब डॉलर की तुलना में 3.92% की वृद्धि को दर्शाता है. इसी तरह, अप्रैल से अक्टूबर तक की अवधि में गैर-पेट्रोलियम और गैर-रत्न एवं आभूषण निर्यात भी 203.40 अरब डॉलर दर्ज किया गया है, जो कि बीते वर्ष की समान अवधि में 194.41 अरब डॉलर दर्ज किया गया था.
मंत्रालय के मुताबिक, इस वर्ष अक्टूबर में इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं, काजू, मांस, डेयरी एवं पोल्ट्री उत्पादों, समुद्री उत्पादों, अन्य अनाज और कॉफी के निर्यात में पिछले वर्ष की तुलना में सकारात्मक बढ़ोतरी दर्ज की गई है. अक्टूबर महीने में इलेक्ट्रॉनिक सामानों का निर्यात 19.5% बढ़ा, जबकि मांस, डेयरी और पोल्ट्री उत्पादों के निर्यात में 30.87% तक की वृद्धि हुई. समुद्री उत्पादों का निर्यात 11.08% बढ़ा और कॉफी के निर्यात में 10.91% की वृद्धि देखी गई.
केंद्र के अनुसार, इस वर्ष अक्टूबर के लिए भारत का वस्तुओं और सेवाओं का कुल निर्यात 72.89 अरब डॉलर होने का अनुमान है. वहीं, वस्तुओं और सेवाओं का कुल आयात 94.70 अरब डॉलर होने का अनुमान है. अक्टूबर 2025 में वस्तुओं का कुल निर्यात 34.38 अरब डॉलर दर्ज किया गया, जबकि वस्तुओं का आयात 76.06 अरब डॉलर रहा. इसी प्रकार, अक्टूबर महीने में सेवा निर्यात का अनुमानित मूल्य 38.52 अरब डॉलर आँका गया और सेवाओं का आयात लगभग 18.64 अरब डॉलर के स्तर पर रहा.
Latest News

UP: सीएम योगी ने भरा SIR फॉर्म, एक्स पर पोस्ट कर कहा- आप सभी अवश्य भरें SIR फॉर्म

UP: आज (मंगलवार) को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया...

More Articles Like This

Exit mobile version