पहली तिमाही में 4-6% बढ़ी भारतीय कंपनियों की आय, Pharma Sector शीर्ष पर रहा

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
भारत के विभिन्न उद्योग क्षेत्रों के नियोक्ता चालू वित्त वर्ष में संतुलित लेकिन प्रभावशाली वेतन वृद्धि की योजना बना रहे हैं. मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, वेतन वृद्धि दर 6.2% से लेकर 11.3% तक रहने का अनुमान है, जबकि कुछ शहरों और विशेष व्यवसायिक पदों पर यह वृद्धि 13.8% तक पहुंच सकती है. पीपल सप्लाई चेन सॉल्यूशंस कंपनी TeamLease Services द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) और EV इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में सबसे अधिक औसत वेतन वृद्धि 11.3% रहने की संभावना है. इसके बाद कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और रिटेल सेक्टर में 10.7% की वृद्धि और NBFC (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों) सेक्टर में 10.4% की वृद्धि की उम्मीद जताई गई है.

FY25 में वेतन वृद्धि 6.2% से 11.3% के बीच

इसके बाद 10.7% के साथ कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, 10.7% के साथ रिटेल और 10.4% के साथ एनबीएफसी जैसे सेक्टर का नाम आता है. रिपोर्ट के मुताबिक, उद्योगों में सबसे ज्यादा वेतन वृद्धि वाला शीर्ष पद ईवी और ईवी इंफ्रास्ट्रक्चर में इलेक्ट्रिकल डिजाइन इंजीनियर 12.4% है. इसके बाद 12.2% के साथ कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में इन-स्टोर डेमोंस्ट्रेटर,11.6% के साथ एनबीएफसी में रिलेशनशिप एक्जीक्यूटिव और 11.2% के साथ रिटेल में फैशन असिस्टेंट पद शामिल हैं. टीमलीज सर्विसेज के सीईओ-स्टाफिंग, कार्तिक नारायण ने कहा, 6.2% से 11.3% तक की अनुमानित वेतन वृद्धि, भारत के रोजगार और वेतन परिदृश्य में व्यापक बदलाव का संकेत देती है.

सभी क्षेत्रों में सेल्स और मार्केटिंग पदों पर सबसे ज्यादा वेतन वृद्धि

कार्तिक नारायण ने आगे कहा कि जैसे-जैसे न्यू एज इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही हैं, मांग उन भूमिकाओं की ओर बढ़ रही है, जो तकनीकी क्षमता को तत्काल व्यावसायिक प्रभाव के साथ जोड़ती हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि यह बदलाव विशेष रूप से 10.4% के साथ पुणे, 10.2% के साथ मुंबई और हैदराबाद, 10.1% के साथ बेंगलुरु और गुरुग्राम में वेतन वृद्धि को बढ़ावा दे रहा है. सभी कार्यात्मक क्षेत्रों में, बिक्री और विपणन पदों पर सबसे अधिक 9.9% औसत वेतन वृद्धि का अनुमान है, जिसके बाद इंजीनियरिंग का स्थान है. रिपोर्ट में बताया गया है कि फाइनेंस, ग्राहक सेवा और बैक ऑफिस, ब्लू कॉलर, और एचआर-एडमिन जैसे अन्य प्रमुख पदों पर 8.2% से 8.6% के बीच मध्यम वृद्धि होने की उम्मीद है.
रिपोर्ट में बताया गया है कि रिपोर्ट ब्लू-कॉलर पदों पर भी मजबूत वापसी की ओर इशारा करती है. सबसे तेजी से बढ़ती ब्लू-कॉलर भूमिकाओं में मैकेनिक, मटेरियल हैंडलर, मशीन ऑपरेटर और इलेक्ट्रीशियन शामिल हैं. यह रिपोर्ट 23 उद्योगों और 20 शहरों के 1,308 व्यवसायों के आंकड़ों पर आधारित है.

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