भारतीय कॉफी ने रचा इतिहास, पहली बार 1 बिलियन डॉलर का आकड़ा किया पार

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) के आंकड़ों के अनुसार, भारतीय कॉफी ने 2025 में एक नया इतिहास रच दिया है. पहली बार, भारतीय कॉफी का निर्यात 1 बिलियन डॉलर के आंकड़े को पार कर गया है. यह उपलब्धि भारतीय कॉफी उद्योग की गुणवत्ता, बढ़ती वैश्विक मांग और निर्यातकों की मेहनत का परिणाम है. 

भारतीय कॉफी की प्रमुख बातें:

  1. उच्च गुणवत्ता: भारतीय कॉफी की खासियत इसकी अनूठी खुशबू, स्वाद और विभिन्न प्रकार हैं, जैसे कि अरेबिका और रोबस्टा.
  2. प्रमुख बाजार: भारतीय कॉफी का मुख्य निर्यात यूरोप, अमेरिका और मिडल ईस्ट में होता है.
  3. सरकार की पहल: कॉफी बोर्ड ऑफ इंडिया और अन्य सरकारी योजनाओं ने किसानों और निर्यातकों को प्रोत्साहन दिया.
  4. स्थिरता और जैविक खेती: भारतीय कॉफी उत्पादन में जैविक और पर्यावरणीय रूप से टिकाऊ पद्धतियों का योगदान रहा है.

2025 में रिकॉर्ड निर्यात के कारण:

  • वैश्विक स्तर पर भारतीय कॉफी की बढ़ती लोकप्रियता.
  • अंतरराष्ट्रीय कॉफी ब्रांडों के साथ साझेदारी.
  • ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स के जरिए बढ़ता ऑनलाइन निर्यात.
यह उपलब्धि भारत के लिए न केवल आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय कृषि उत्पादों की वैश्विक पहचान को भी मजबूत करती है.

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