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The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
भारतीय स्टार्टअप्स (Indian Startups) लगातार निवेशकों को आकर्षित करने में कामयाब हो रहे हैं और इस हफ्ते 20 स्टार्टअप्स ने 184.75 मिलियन डॉलर का फंड जुटाया है. इन स्टार्टअप्स में 5 ने विकास-चरण और 14 ने प्रारंभिक-चरण में फंड जुटाया है, जबकि एक स्टार्टअप ने अपने फंडिंग की जानकारी सार्वजनिक नहीं करने का फैसला किया. इस सप्ताह फंडिंग की कैटेगरी में सीड फंडिंग का बोलबाला रहा. अन्य राउंड में सीरीज ए, प्री-सीड, प्री-सीरीज ए और यहां तक कि सीरीज जी जैसे लेट-स्टेज फंडिंग राउंड भी शामिल थे. इस हफ्ते सबसे ज्यादा बेंगलुरु के नौ स्टार्टअप्स ने फंडिंग जुटाई.
उसके बाद Delhi-NCR के पांच स्टार्टअप्स फंडिंग जुटाने में कामयाब रहे. इसके अलावा मुंबई, कोलकाता और चेन्नई के भी स्टार्टअप ने निवेश हासिल किया. सेक्टर के हिसाब से फिनटेक स्टार्टअप्स छह फंडिंग डील्स के साथ शीर्ष पर रहे. डीपटेक और OTT सेक्टर में दो-दो डील्स हुई, जबकि एयरोस्पेस, फूडटेक, ई-कॉमर्स और स्पोर्ट्सटेक जैसे अन्य सेक्टर में भी सकारात्मक ट्रेंड देखने को मिला. इस हफ्ते सबसे ज्यादा फंडिंग कुणाल शाह के नेतृत्व वाली फिनटेक यूनिकॉर्न क्रेड ने हासिल की, जिसने लेथ इन्वेस्टमेंट, आरटीपी ग्लोबल, सोफिना वेंचर्स और क्यूईडी इनोवेशन लैब्स सहित निवेशकों से 72 मिलियन डॉलर जुटाए.
वहीं, एमएसएमई पर केंद्रित एक फिनटेक प्लेटफॉर्म फ्लेक्सीलोन्स ने भी अपने सीरीज सी राउंड में 44 मिलियन डॉलर जुटाए, जबकि ईवी कंपोनेंट स्टार्टअप वेकमोकॉन ने अपनी सीरीज ए राउंड में कुल 18 मिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाई. अन्य बड़ी डील लोकप्रिय क्यूएसआर चेन वाउ! मोमो और ड्रोन टेक्नोलॉजी स्टार्टअप गरुड़ एयरोस्पेस से आई, दोनों को ही नए निवेश मिले. शुरुआती चरण के मोर्चे पर 13 स्टार्टअप ने कुल 49.75 मिलियन डॉलर जुटाए. उनमें से सबसे बड़ा एयरोस्पेस और डिफेंस स्टार्टअप संलायन टेक्नोलॉजीज था, जिसने 22 मिलियन डॉलर जुटाए.
फंडिंग प्राप्त करने वाले अन्य शुरुआती चरण के स्टार्टअप में वेल्थ टेक फर्म पावरअप, फिनटेक प्लेयर पिस्टन और जाइप और ओटीटी प्लेटफॉर्म फ्लिकटीवी शामिल हैं. इस हफ्ते की शुरुआत में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में निजी निवेश में वृद्धि हुई है और पिछले दशक में भारतीय स्टार्टअप और उभरती हुई संस्थाओं ने 150 बिलियन डॉलर से अधिक की प्राइवेट फंडिंग आकर्षित की है.