भारत की प्रमुख ऑटोमोबाइल निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने जानकारी दी है कि बाजार में मजबूत मांग के चलते सितंबर 2025 में कंपनी के कुल उत्पादन में सालाना आधार पर 26% से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है. नियामक फाइलिंग के मुताबिक, कंपनी ने सितंबर महीने में कुल 2,01,915 यूनिट्स का उत्पादन किया, जबकि पिछले साल सितंबर 2024 में यह आंकड़ा 1,59,743 यूनिट्स था. कंपनी की लोकप्रिय गाड़ियाँ जैसे ब्रेजा, अर्टिगा, फ्रोंक्स, एक्सएल6 और OEM मॉडल्स के उत्पादन में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है.
कंपनी की ऑल्टो और S-प्रेसो का 12,318 यूनिट रहा उत्पादन
इन मॉडलों का संयुक्त उत्पादन पिछले वर्ष के 62,752 यूनिट्स की तुलना में बढ़कर इस वर्ष 79,496 यूनिट्स हो गया, जो कि करीब 27% की वार्षिक वृद्धि को दर्शाता है. ईको वैन का उत्पादन भी 11,702 यूनिट से बढ़कर 13,201 यूनिट तक पहुंच गया, जबकि सुपर कैरी लाइट कमर्शियल व्हीकल (एलसीवी) का उत्पादन इसी अवधि में 3,034 यूनिट से बढ़कर 3,599 यूनिट तक पहुंच गया. कंपनी की ऑल्टो और एस-प्रेसो का उत्पादन 12,318 यूनिट रहा, जो एक वर्ष पहले की समान अवधि के 12,155 यूनिट के मुकाबले लगभग स्थिर रहा.
सितंबर में मिड-साइज सियाज की एक भी यूनिट का नहीं हुआ उत्पादन
कॉम्पैक्ट सेगमेंट मॉडल का उत्पादन पिछले वर्ष की समान अवधि के 68,413 यूनिट से बढ़कर 93,301 यूनिट हो गया, जिसमें बलेनो, सेलेरियो, डिजायर और स्विफ्ट शामिल हैं. कंपनी के अनुसार, सितंबर में मिड-साइज सियाज की एक भी यूनिट का उत्पादन नहीं हुआ, जबकि पिछले वर्ष इसी महीने 1,687 यूनिट का उत्पादन हुआ था. इस सप्ताह की शुरुआत में, वाहन निर्माता ने बताया कि सितंबर में कंपनी कुल बिक्री सालाना आधार पर 3% बढ़कर 1,89,665 यूनिट हो गई.
सितंबर के बिक्री आंकड़ों से मिला-जुला रुझान
एक्सिस सिक्योरिटीज ने अपनी हालिया रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग FY26 की दूसरी छमाही में सतर्क आशावाद के साथ आगे बढ़ रहा है. वहीं, फेस्टिव स्टॉकिंग, जीएसटी रेट में कमी और आयकर में राहत से उपभोक्ता मांग में वृद्धि की उम्मीद की जा रही है. ब्रोकरेज फर्म के अनुसार, सितंबर के बिक्री आंकड़ों से मिला-जुला रुझान देखने को मिला है. जहां, दोपहिया, तिपहिया, वाणिज्यिक वाहनों और ट्रैक्टरों में मजबूत वृद्धि दर्ज की गई, वहीं यात्री वाहनों की बिक्री में सालाना आधार पर गिरावट दर्ज की गई.
घरेलू ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि वह FY26 की दूसरी छमाही को लेकर सतर्क आशावादी दृष्टिकोण बनाए हुए है. कंपनी को उम्मीद है कि त्योहारी मांग, जीएसटी में संभावित कटौती, ग्रामीण क्षेत्रों में सुधार और नए मॉडलों के लॉन्च के चलते यात्री वाहन (PV) खंड में हाई-सिंगल डिजिट वृद्धि देखने को मिल सकती है. वहीं, वाणिज्यिक वाहनों (CV) की मांग के स्थिर रहने की संभावना जताई गई है.