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The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
देश की प्रमुख प्रोफेशनल सर्विसेज़ फर्म PwC इंडिया ने मंगलवार को अपना Vision 2030 जारी करते हुए महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किए हैं. कंपनी का उद्देश्य अगले पांच साल में अपनी आय को तीन गुना बढ़ाना और 2030 तक 20,000 नई नौकरियों का सृजन करना है. साथ ही, PwC इंडिया देश के टियर-2 और टियर-3 शहरों में अपनी मौजूदगी को मजबूत करेगी, ताकि ज्यादा से ज्यादा क्लाइंट्स तक पहुँच बनाई जा सके और उन्हें तेजी से बदलते बिजlनेस परिदृश्य में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त दिलाई जा सके.
तकनीक और स्किल पर बड़ा निवेश
PwC इंडिया हर साल अपने राजस्व का 5% तकनीक, नवाचार और क्षमता विकास (capability building) में निवेश करेगी, और 1% लोगों और पार्टनर्स की स्किल्स बढ़ाने पर खर्च करेगी. कंपनी के चेयरपर्सन संजीव कृष्णन ने कहा, “हम एक फ्यूचर-रेडी वर्कफोर्स तैयार कर रहे हैं, जिसमें महिलाओं की लीडरशिप को प्राथमिकता दी जाएगी और समावेशी विकास का वातावरण बनाया जाएगा, ताकि हमारे लोग कैंपस से लेकर बोर्डरूम तक अपनी पूरी क्षमता के साथ तरक्की कर सकें.”
छह बड़े सेक्टरों पर फोकस
कंपनी की विकास रणनीति छह प्रमुख सेक्टर्स पर केंद्रित होगी: वित्तीय सेवाएं, हेल्थकेयर, इंडस्ट्रियल मैन्युफैक्चरिंग, ऑटो, टेक्नोलॉजी, और मीडिया व टेलीकॉम. PwC का मानना है कि इन क्षेत्रों में आने वाले समय में बिज़नेस मॉडल, संचालन, तकनीक और संसाधनों के इस्तेमाल में बड़े बदलाव की आवश्यकता होगी, और यहीं सबसे बड़ा विकास और अवसर छिपा है.
भारत के लिए निर्णायक पांच साल
कृष्णन के मुताबिक, अगले पांच साल भारत के लिए निर्णायक होंगे और PwC इसमें अहम भूमिका निभाना चाहता है. “विज़न 2030 हमारे लिए भारत की विकास क्षमता पर आगे बढ़ने और अपने बिज़नेस में साहसिक बदलाव लाने का समय है. हम सेक्टोरल गहराई बढ़ा रहे हैं और डिजिटल व तकनीकी क्षमताओं को अपने ऑफरिंग्स का केंद्र बना रहे हैं.”
बता दें, कंपनी खुद को पारंपरिक सर्विस फर्म से आधुनिक, डिलीवरी-केंद्रित मॉडल में बदल रही है, जिसमें गहरी सेक्टर विशेषज्ञता और जनरेटिव AI जैसी नई तकनीकें अहम होंगी. वर्तमान में PwC इंडिया के पास करीब 900 पार्टनर और 30,000 प्रोफेशनल्स की टीम है, जो देश के सभी बड़े शहरों में फैली हुई है.