अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर में 0.4 से 0.6% तक की गिरावट आने की संभावना है, जिसकी मुख्य वजह आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में कमी बताई जा रही है. शुक्रवार को जारी बैंक ऑफ बड़ौदा की एक रिपोर्ट के अनुसार, बैंक ऑफ बड़ौदा एसेंशियल कमोडिटीज इंडेक्स (BoB ECI) लगातार घट रहा है. रिपोर्ट में बताया गया कि अक्टूबर में इस इंडेक्स में 3.6% की गिरावट दर्ज की गई, जबकि 6 नवंबर तक यह 3.8% तक नीचे आ चुका है.
बैंक ऑफ बड़ौदा की अर्थशास्त्री अदिति गुप्ता ने क्या कहा?
बैंक ऑफ बड़ौदा की अर्थशास्त्री अदिति गुप्ता ने कहा, खाद्य महंगाई दर में गिरावट का रुझान मुख्यतः सब्जियों, खासकर टमाटर, प्याज और आलू में लगातार जारी अपस्फीति के कारण है. मंडी में आवक में मजबूत वृद्धि से भी इसे सपोर्ट मिला है. उपज पोर्टल के आंकड़ों के अनुसार,अप्रैल-अक्टूबर की अवधि में टमाटर, प्याज और आलू की मंडी आवक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में क्रमशः 14.3%, 30.5 प्रतिशत और 23.1% अधिक रही है.
रुझान जारी रहने की उम्मीद
गुप्ता ने कहा, आने वाले महीनों में भी, जैसे-जैसे कटाई का मौसम शुरू होगा, इसी तरह का रुझान जारी रहने की उम्मीद है. इससे भारत के महंगाई आउटलुक में काफी हद तक गिरावट आने की संभावना है. रिपोर्ट में बताया गया कि इस साल सब्जियों की कीमतों में बड़ी गिरावट देखी गई है. अक्टूबर में प्याज की कीमतों में 51.2% की गिरावट आई है. टमाटर की खुदरा कीमतों में भी अक्टूबर में 39.9% की तेज गिरावट आई, जबकि सितंबर में 8.3% की गिरावट आई थी.
पिछले सात महीनों में आलू की कीमतों में लगातार देखी गई गिरावट
पिछले सात महीनों में आलू की कीमतों में लगातार गिरावट देखी गई है. अक्टूबर में आलू की खुदरा कीमतें 31.3% तक नीचे आईं. इसके अलावा, प्रमुख दालों में भी अक्टूबर के दौरान अपस्फीति का रुझान जारी रहा. दालों में तुअर की कीमत में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई, जो 29.4% रही— यह जनवरी 2018 के बाद से अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है.

