Dehradun: माता-पिता के सड़े-गले शवों के बीच तीन दिन जिंदा रहा नवजात, कर्जे में था परिवार

देहरादूनः कभी-कभी कुछ ऐसी घटनाएं भी हमारे संज्ञान में आती है, जिसके बारे में हम सोचने को विवश हो जाते हैं. कुछ इसी तरह की खबर उत्तराखंड के देहरादून से सामने आई है. यहां एक किराए के मकान में एक दंपत्ति की सड़ी-गली लाश मिली. मौके पर पहुंची पुलिस तब हैरान हो गई, जब मां-बाप के लाशों के पांच दिन का एक बच्चा सुरक्षित मिला. पुलिस ने शवों को कब्जे में लेते हुए बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया.

टर्नर रोड सी-13 स्थित किराए के कमरे में रहने वाले दंपती के शव बंद कमरे में सड़ी गली अवस्था में मिले हैं. शवों के बीच में उनका पांच दिन का बच्चा सुरक्षित मिला, जिसे इलाज के लिए दून अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. फॉरेंसिक टीम को मृतकों के शरीर पर कहीं चोट के निशान नहीं मिले.

पुलिस की प्राथमिक जांच में दंपती के आत्महत्या करने की आशंका जताई जा रही है. हालांकि, पूरा कमरा खून से सना हुआ था, लेकिन यह खून उनके नाक से बह रहा था. दरवाजा खोलने पर हर तरफ दुर्गंध आ रही थी। थानाध्यक्ष क्लेमेनटाउन शिशुपाल राणा के मुताबिक, मंगलवार को उन्हें सूचना मिली थी कि टर्नर रोड स्थित एक घर से काफी दुर्गंध आ रही है.

डिलीवरी के बाद घर लौटी थी पत्नी
पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो पता चला कि टर्नर रोड सी-13 में मकान मालिक सोहेल निवासी जोशियाडा (उत्तरकाशी) के मकान में काशिफ निवासी चहलोली थाना नागल जिला सहारनपुर उत्तर प्रदेश अपनी पत्नी अनम के साथ पिछले 4 महीने से रह रहा था. बीते शुक्रवार को ही उसकी पत्नी डिलीवरी के बाद अस्पताल से बच्चे के साथ कमरे में लौटी थी.

कमरा में पड़े मिले पति-पत्नी के शव
थानाध्यक्ष के मुताबिक, काशिफ के किराए के कमरे के एक दरवाजे पर बाहर से ताला लगा था तथा दूसरे दरवाजे पर अंदर से कुंडी बंद थी. मौके पर जाली काटकर कुंडी खोली तो दरवाजा खुला. मौके पर पुलिस को दंपती के शव कमरे के फर्श पर पड़े मिले, जिनसे काफी बदबू आ रही थी.

दोनों शव लगभग दो-तीन दिन पुराने लग रहे थे, क्योंकि शव काफी फूल चुके थे और कमरे में काफी खून जमा था. मौके पर फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया, जहां टीम ने दोनों शवों को चेक किया. उनके शरीर पर किसी भी प्रकार के चोट के निशान नहीं पाए गए। मौके पर जो खून बहा था, वह उनके नाक और मुंह से निकल रखा था.

मां-बाप के शवों के बीच मिला नवजात
दोनों मृतकों के बीच में एक छोटा बच्चा सुरक्षित मिला, जो चार-पांच दिन का बताया जा रहा है. बच्चे को एंबुलेंस से दून चिकित्सालय भिजवाया गया, जो कि सकुशल बताया जा रहा है. इस नवजात को फिलहाल पुलिस अस्पताल में रखे हुए हैं.

आत्महत्या की बात आ रही है सामने
थानाध्यक्ष ने बताया कि प्रथम दृष्टया दंपती के आत्महत्या करने की बात सामने आ रही है. मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए कोरोनेशन अस्पताल भिजवा दिया गया है. मृतकों के स्वजन को मौके पर बुलाया गया तो जानकारी मिली कि काशिफ की एक साल पहले ही दूसरी शादी हुई थी. पहली पत्नी से एक पांच साल का बच्चा है. पहली पत्नी नुसरत ने बताया कि दो-तीन दिन से पति ने फोन नहीं उठाया और फिर फोन स्विच ऑफ आने लगा. मंगलवार को वह पति को देखने के लिए खुद देहरादून पहुंची. दोपहर में वह टर्नर रोड स्थित पति के कमरे में पहुंची तो देखा कि दरवाजा बंद था. इसके बाद नुसरत ने अपनी सास व देवर को सूचना दी.

कहीं थी घर आने की बात, उधार लिए थे पांच लाख
काशिफ की पहली पत्नी नुसरत ने बताया कि उनकी आखिरी बार 10 जून की रात को बात हुई थी. काशिफ ने बताया था कि वह 11 जून को गांव आ रहा है. काशिफ ने किसी से पांच लाख रुपए उधार लिए थे, जो कि उसे वापस करने थे. उधार देने वाले व्यक्ति ने 10 जून तक का समय दिया था. इससे पूर्व भी पति ने उधार ली गई रकम लौटाने के लिए दो बार समय मांगा था. वहीं, मां-बाप के शवों के बीच तीन दिन बाद भी नवजात के जिंदा मिलने को लेकर लोगों में चर्चा हो रही है.

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