बुलंदशहर: यूपी के बुलंदशहर से हैरान करने वाली खबर सामने आई है. यहां खानपुर क्षेत्र के गांव कनौना में स्थित कनौना इंटर कालेज के कक्षों में प्रवेश करते ही विद्यार्थी बेहोश होने लगे. 60 से अधिक विद्यार्थियों की हालत बिगड गई. इससे कालेज में शोर-शराबा के बीच अफरा-तफरी मच गई. तत्काल विद्यार्थियों को सरकारी और निजी अस्पतालों में ले जाया गया. बताया गया है कि शनिवार को मच्छरों को मारने के लिए कालेज के कक्षों में फागिंग कराई गई थी.
मच्छरों को मारने के लिए क्लास रूम में हुई थी फागिंग
जानकारी के अनुसार, खानपुर क्षेत्र के कनौना इंटर कालेज 850 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करते हैं. शनिवार को कालेज की छुट्टी होने के बाद कक्षों में मच्छरों को मारने के लिए फागिंग कराई गई थी. इसके बाद कक्षों को बंद कर दिया गया था. सोमवार को कालेज खुला और करीब 600 विद्यार्थी कालेज में पढ़ने के लिए आए थे. सभी विद्यार्थियों ने कक्षों में प्रवेश किया. कुछ देर बाद ही कक्षा छह से 12 तक के कुछ छात्रा व छात्र बेहोश हो गए. इसी दौरान कुछ ने उल्टी की तो कुछ ने चेहरे पर जलन की शिकायत की. इस घटना से कालेज में अफरा-तफरी के बीच हड़कंप मच गया.
सरकारी और प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया विद्यार्थियों को
तत्काल कालेज प्रशासन ने अभिभावकों को सूचित किया और कालेज की छुट्टी कर दी. जिन विद्यार्थियों की हालत बिगड़ी थी, कालेज प्रशासन व अभिभावकों ने मिलकर उन्हें खानपुर के सरकारी और निजी अस्पतालों में भर्ती कराया. भावना, खुशी, सहानी, स्वाति, निशु, देव, भावना, राधा, अनुज, डेविड, मीनाक्षी, प्रभाव, कनक सहित 60 से अधिक विद्यार्थियों को सरकारी व निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
सूचना मिलते ही पहुंचे आला-अधिकारी
सूचना मिलने पर सीएमओ, एसडीएम रविन्द्र प्रताप सिंह, सीओ प्रखर पांडे मौके पर पहुंचे और चिकित्सकों से विद्यार्थियों के स्वास्थ्य की जानकारी ली. एसडीएम ने बताया कि सभी विद्यार्थियों की हालत ठीक है. जो सही हो गए है, उन्हें घर भेज दिया गया है. मामले की जांच कराई जा रही है.
प्रधानाचार्य अरविंद सिंह ने बताया
इस संबंध में प्रधानाचार्य अरविंद सिंह ने बताया कि शनिवार को फागिंग कराने के बाद कालेज के कक्ष बंद कर दिए गए थे. सोमवार को कालेज में कक्षों को खोलकर सफाई कराई गई थी. करीब डेढ़ घंटे बाद कुछ विद्यार्थियों के बेहोश होने, उल्टी व चेहरे पर जलन की शिकायत होने की जानकारी मिलने पर सभी को अस्पतालों में भर्ती कराया गया. अधिकांश विद्यार्थियों की तबियत में सुधार है.