लखनऊ: बीते सोमवार की देर शाम दिल्ली में लालकिला के पास हुए जबरदस्त ब्लास्ट से दिल्ली दहल उठी. इस घटना में जहां कई लोगों की मौत हो गई, वहीं कई घायल हैं. इस घटना को लेकर देशवासियों में गम के साथ भारी गुस्सा है. इस बीच गिरफ्तार आतंकियों से बड़ी जानकारी सामने आई है. सूत्रों की माने तो, गिरफ्तार आतंकियों के मॉड्यूल में यूपी के मंदिर और धार्मिक स्थल टारगेट पर थे. खास तौर पर अयोध्या और वाराणसी आतंकियों के निशाने पर थे.
अयोध्या में विस्फोट करना चाहते थे आतंकी, स्लीपर मॉड्यूल को भी कर रखा था एक्टिवेट
सूत्रों के अनुसार, आतंकी अयोध्या में भी विस्फोट करना चाहते थे. इसके लिए गिरफ्तार हो चुकी शाहीन ने अयोध्या के स्लीपर मॉड्यूल को एक्टिवेट भी कर रखा था. आतंकी, अयोध्या में ये सारे घटनाक्रम को अंजाम तक पंहुचाते, उससे पहले ही विस्फोटक बरामद हो गया और पुलिस की छापेमारी और गिरफ्तारियां शुरू हो गईं.
सूत्रों की माने तो, दरअसल लाल किला में ब्लास्ट करने की योजना नहीं थी. ऐसा अभी तक जांच में लग रहा है, क्योंकि विस्फोटक में टाइमर या किसी दूसरी चीजों का इस्तेमाल नहीं किया गया था. ये ब्लास्ट हड़बड़ी और जल्दबाजी में किया गया. आतंकियों से पूछताछ में पता चला है कि ये मॉड्यूल अस्पतालों को टारगेट करना चाहता था, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को नुकसान हो. हिट लिस्ट में अस्पताल और भीड़-भाड़ वाले स्थान थे.
लालकिला के पास हुआ था ब्लास्ट
मालूम हो कि बीते 10 नवंबर की शाम 7 बजे के करीब दिल्ली के लाल किले के पास एक कार में ब्लास्ट होने से 12 लोगों की मौत हो गई थी और 20 से अधिक लोग घायल हैं. इस ब्लास्ट की जद में कई वाहन भी आ गए थे. इस ब्लास्ट के बाद देश में तमाम जगहों पर पुलिस की छापेमारी हुई थी और कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है.
इस मामले में तीन प्रमुख संदिग्ध डॉक्टर मुजम्मिल, डॉ अदील अहमद डार और डॉ उमर हैं. जिसमें डॉक्टर उमर के धमाके के समय ही मारे जाने की आशंका जताई जा रही है, तो वहीं, डॉक्टर मुजम्मिल और डॉ अदील अहमद डार पकड़े गए हैं. पुलिस और जांच एजेंसिया इनसे पूछताछ कर रही है.

