रांची: पिछले कुछ दिनों से झारखंड में हो रही भारी बारिश तबाही मचा रही है. भारी बारिश की वजह से अलग-अलग दुर्घटनाओं में जहां तीन बच्चों की मौत हो गई, वहीं खूंटी में पुल टूट गया. एक खाली इमारत जमींदोज हो गई. कई नदिया उफान पर है. इसके किनारे रहने वालों को सर्तक रहने की चेतावनी दी गई है.
निर्माणाधीन कुआं ढहा, दो बच्चों की मौत
जानकारी के अनुसार, खूंटी जिले की मुरहू पंचायत में बुधवार दोपहर करीब 2 बजे एक निर्माणाधीन कुआं ढह गया. इस दुर्घटना में दो स्कूली बच्चे, जिनकी उम्र 9 और 10 साल थी, मिट्टी के मलबे में दब गए. NDRF की टीम ने बचाव अभियान शुरू किया, जो बुधवार रात से गुरुवार दोपहर तक जारी रहा. आखिरकार गुरुवार की दोपहर करीब 12:30 बजे दोनों बच्चों के शव मलबे से निकाले गए. खूंटी की उपायुक्त आर. रॉनिटा ने बताया कि NDRF की टीम ने काफी मेहनत की, लेकिन बच्चों को बचाने में सफलता नहीं मिली.
कच्चा मकान गिरी, मासूम बच्ची की मौत
उधर, रांची जिले के तमाड़ थाना क्षेत्र में मुरपा गांव में भी एक दुखद दुर्घटना हुई. भारी बारिश के कारण एक मिट्टी का मकान गिर गया, जिसमें 10 साल की एक लड़की की मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि हादसे के वक्त लड़की घर में अकेली थी. बारिश का असर सिर्फ इंसानी जिंदगियों तक सीमित नहीं रहा. खूंटी के तोरपा में बनाई नदी पर बने एक पुल का एक हिस्सा बारिश की वजह से टूट गया. इससे खूंटी-सिमडेगा सड़क मार्ग पूरी तरह बंद हो गया है. उपायुक्त रॉनिटा ने बताया कि वैकल्पिक रास्ता तैयार किया गया है और NDRF की टीम को मौके पर भेजा गया है.
गम्हरिया में टायो रोल्स की इमारत जमींदोज
सरायकेला-खरसावां जिले के गम्हरिया में टाटा स्टील की सहायक कंपनी टायो रोल्स की एक खाली रिहायशी इमारत गुरुवार सुबह जमींदोज हो गई. टाटा स्टील ने बताया कि इमारत को पहले ही खाली कर दिया गया था और इसे रहने लायक नहीं माना गया था, इसलिए कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ. मालूम हो कि रांची, खूंटी, सरायकेला-खरसावां और पूर्वी सिंहभूम जैसे कई जिलों में बारिश से आम जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. सड़कें जलमग्न हैं, यातायात ठप है और कई इलाकों में बिजली-पानी की समस्या बढ़ गई हैं. बारिश के खतरे को देखते हुए गुरुवार को रांची और खूंटी सहित कई जिलों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है.
नदिया उफान पर, कई जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी
जमशेदपुर में हालात और भी गंभीर हैं. यहां खरकई और स्वर्णरेखा नदियां उफान पर हैं और उनका जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है. पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन ने नदियों के किनारे बसे लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है. अलर्ट जारी कर लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है. रांची मौसम विज्ञान केंद्र के उपनिदेशक अभिषेक आनंद ने बताया कि उत्तर-पूर्व झारखंड में एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है, जिसकी वजह से रांची, लोहरदगा, गुमला, खूंटी और सिमडेगा में भारी बारिश हो रही है. इसकी वजह से इन जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है.