IND-PAK Tension: पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच जंग जैसे हालात बनते जा रहे हैं. इसको देखते हुए अब कई जिलों और राज्यों में हाई अलर्ट घोषित किया गया है. सीमावर्ती राज्यों में विशेष सर्तकता का निर्देश दिया गया है. जो जिले पाकिस्तान की सीमा से लगते हैं, वहां पर पाकिस्तान कभी भी कुछ भी गलत हरकत कर सकता है. इसकी आशंका जताई जा रही है. वैसे भी जहां एक ओर भारतीय सेना की ओर से आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया जा रहा है, वहीं पाकिस्तान आम नागरियों पर हमला कर रहा है. इस बीच गुजरात के कच्छ में खास निर्देश जारी किए गए हैं. वहां पर लोगों से घरों में ही रहने की अपील की गई है.
जिलाधिकारी ने एक्स अकाउट पर लिखा
भारत-पाकिस्तान के बीच जारी संघर्ष के बीच गुजरात के कच्छ में प्रशासन ने शनिवार को नागरिकों से घरों के अंदर रहने और बिना वजह बाहर नहीं निकलने की अपील की है. शुक्रवार की रात भारतीय सेना ने कच्छ में पाकिस्तान के ड्रोन हमलों को विफल कर दिया था. कच्छ और गुजरात के दो अन्य जिलों में ब्लैकआउट किया गया था. इसके बाद प्रशासन ने यह एडवाइजरी जारी की है. शनिवार की सुबह कच्छ के जिलाधिकारी ने प्रशासन के आधिकारिक एक्स अकाउट पर लिखा है कि सभी नागरिक घरों के अंदर रहें. बहुत जरूरी होने पर ही घरों से बाहर निकले और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें. घबराएं नहीं.
शुक्रवार को सेना ने बताया कि जिला मुख्यालय भुज पाकिस्तान से लगी नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास स्थित उन 26 स्थानों में से एक है, जहां ड्रोन देखे गए थे. कच्छ जिले में ब्लैकआउट किया गया था. साथ ही भारत-पाकिस्तान सीमा के नजदीक स्थित बनासकांठा और पाटन जिलों के कुछ क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित कर दी गई. उन्होंने बताया कि पाटन के संतालपुर तालुका की सीमा से लगे कुछ गांवों में ‘ब्लैकआउट’ किया गया. सीएम भूपेंद्र पटेल ने शुक्रवार को सशस्त्र बलों के अधिकारियों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि उन्हें राज्य में अपने अभियान चलाने में किसी भी कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा.
रक्षा मंत्रालय ने कहा
इस बीच रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि दुश्मन की ओर से हवाई अड्डों और एयरबेस सहित महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर किए गए हमलों को विफल कर दिया गया है. पाकिस्तान की ओर से यह ताजा हमला ऐसे समय में हुआ, जब एक दिन पहले ही भारत ने पाकिस्तानी सेना द्वारा ड्रोन और मिसाइल के जरिए भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला करने के प्रयासों को नाकाम कर दिया था.