Israel Hamas War: इज़रायल ने गाज़ा में जबरदस्त हवाई हमला किया है. गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि इन हमलों में रातभर में कम से कम 32 लोगों की जान चली गई हैं. यह हमला ऐसे समय में हुआ है, जब युद्धविराम के लिए अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है, लेकिन इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अभी भी युद्ध जारी रखने के पक्ष में डटे हैं.
नेतन्याहू के यूएन में भाषण के बाद हवाई हमला
शनिवार को तड़के मध्य और उत्तरी गाज़ा में हुए हवाई हमलों में कई लोग अपने घरों में मारे गए. नुसेरात शरणार्थी शिविर में एक ही परिवार के नौ लोगों की मौत हो गई. यह जानकारी अल-अवदा अस्पताल के कर्मचारियों ने दी, जहां शव लाए गए. ये हमले उस वक्त हुए, जब कुछ घंटे पहले ही नेतन्याहू ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए कहा था कि उनका देश “हमास के खिलाफ पूरी तरह काम खत्म करना चाहता है.” नेतन्याहू का यह बयान देश की जनता और वैश्विक समुदाय दोनों को संबोधित था, लेकिन उनके भाषण की शुरुआत में ही कई देशों के प्रतिनिधि सभा से वॉकआउट कर गए.
कई देशों ने फिलिस्तीन को दी मान्यता
इस बीच इज़रायल पर युद्ध समाप्त करने के लिए अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ता जा रहा है. दुनिया के कई देशों ने हाल ही में फिलिस्तीन को स्वतंत्र देश के रूप में मान्यता दी है, जिसे इज़रायल स्वीकार नहीं करता. संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर कई देशों ने इज़रायल पर युद्धविराम के लिए दबाव डालने का अनुरोध किया है. शुक्रवार को ट्रंप ने व्हाइट हाउस लॉन पर संवाददाताओं से कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अमेरिका गाज़ा में संघर्ष कम करने और बंधकों को वापस लाने के लिए एक समझौते के करीब है.
इस दिन होने वाली है ट्रंप और नेतन्याहू की मुलाकात
ट्रंप और नेतन्याहू की मुलाकात सोमवार को होने वाली है. ट्रंप ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर कहा कि गाज़ा को लेकर “बहुत प्रेरणादायक और उपयोगी चर्चाएं” और “गंभीर वार्ताएं” क्षेत्रीय देशों के साथ जारी हैं. इस बीच इजरायल ने गाज़ा में ज़मीनी अभियान तेज कर दिया है. वहीं दूसरी तरफ यहां मानवीय संकट गहरा गया है. इसके बावजूद, इज़रायल गाज़ा सिटी में एक और बड़े ज़मीनी हमले की तैयारी में है. विशेषज्ञों के मुताबिक, यह क्षेत्र भुखमरी की स्थिति झेल रहा है. अब तक 3 लाख से अधिक लोग भाग चुके हैं, लेकिन लगभग 7 लाख लोग अभी भी वहां फंसे हुए हैं, क्योंकि वे विस्थापन का खर्च नहीं उठा सकते.
हमले में तुर्फा इलाके में 11 लोगों की मौत
शनिवार सुबह, गाज़ा सिटी के तुर्फा इलाके में एक घर पर हवाई हमले में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई, जिनमें आधे से अधिक महिलाएं और बच्चे थे. शवों को अल-अहली अस्पताल में लाया गया. वहीं, शिफा अस्पताल ने बताया कि शती शरणार्थी शिविर में एक और हमले में 4 लोगों की जान चली गई. गाज़ा सिटी के अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्र पूरी तरह चरमराने की कगार पर हैं. करीब दो हफ्तों से चल रहे हमलों में दो क्लीनिक नष्ट हो चुके हैं, दो अस्पताल बंद हो गए हैं,और बाकी अस्पतालों में दवाइयों, उपकरणों, खाने और ईंधन की भारी कमी है.
अस्पताल छोड़कर भागे कई मरीज
कई मरीजों और कर्मचारियों को अस्पताल छोड़कर भागना पड़ा है. अब सिर्फ कुछ डॉक्टर और नर्सें ही शिशु गहन चिकित्सा कक्षों में बच्चों या गंभीर मरीजों की देखभाल कर पा रहे हैं. डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने गाज़ा सिटी में अपनी गतिविधियां स्थगित कर दी हैं, क्योंकि इज़रायली हमले काफी बढ़ गए हैं. उन्होंने बताया कि इज़रायली टैंक उनकी स्वास्थ्य सुविधाओं से आधे मील से भी कम दूरी पर हैं और हालात उनके स्टाफ के लिए “अस्वीकार्य स्तर तक खतरनाक” हो गए हैं.
अब तक 65,000 से अधिक मौतें
गाज़ा स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इज़रायली अभियान में अब तक 65,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और 167,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं. मंत्रालय नागरिकों और लड़ाकों के बीच अंतर नहीं बताता, लेकिन कहता है कि महिलाएं और बच्चे लगभग आधे मृतकों में शामिल हैं. हालांकि, यह मंत्रालय हमास के अधीन है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र एजेंसियां और स्वतंत्र विशेषज्ञ इसके आंकड़ों को अब भी सबसे विश्वसनीय मानते हैं.