Nepal Crisis: नेपाल में सोमवार से जारी जेनजी आंदोलन धमने का नाम नहीं ले रहा है. लोगों का आक्रोश थमने के बजाय बढ़ता ही जा रही है. मंगलवार को उग्र प्रदर्शन हुआ. इस बीच संसद भवन को आग के हवाले कर दिया. सरकारी इमारतें, नेताओं के घर और यहां तक कि पशुपतिनाथ मंदिर के फाटक तक पर हमले हुए. बिगड़ते हालात को देखते हुए सेना को कमान संभालनी पड़ी. इस बीच मंगलवार से शुरू हुई वीरगंज जेल ब्रेक करने की कोशिशें बुधवार की सुबह तक चलती रही. जेल को सेना ने अपने कब्जे में ले लिया है.
बंदी लगातार जेल से भागने के लिए जेल ब्रेक जैसी घटना को अंजाम देने की कोशिश में लगे हैं. इसी कड़ी में आंदोलनकारियों और उपद्रवियों ने बुधवार की सुबह से सोनबरसा जिले के सोनबरसा प्रखंड के निकटवर्ती सर्लाही जिला मुख्यालय स्थित मलंगवा कारागार में जेल ब्रेक करने की कोशिश में जुटे हैं.
पुलिस ने आंदोलनकारियों पर दागे आंसू गैस के गोले
आंदोलनकारियों ने कारागार में आग लगा दी है. कारागार में आग की लपटे और धुआं फैलता जा रहा है. इस दौरान पुलिस से आंदोलनकारियों की कई बार तीखी झड़प भी हुई. सशस्त्र पुलिस व जनपद पुलिस एव सेना के जवान आंदोलनकारियों को रोकने के लिए हरसंभव कोशिश में जुटे हैं. सुरक्षाकर्मियों ने आंदोलनकारियों पर आंसू गैस के गोले भी दागे हैं. बावजूद इसके आंदोलनकारी वहां से हटने का नाम नहीं ले रहे हैं. स्थानीय सूत्रों की माने तो, यहां कभी भी जेल ब्रेक हो सकता है. स्थिति पूरी तरह तनावपूर्ण और अनियंत्रित नजर आ रही है.
सुरक्षित ठिकानों में दुबके नेताओं के परिवार
इन सबके बीच वीरगंज स्थित विभिन्न राजनीतिक पदों पर आसीन व पूर्व मंत्री, मुख्यमंत्री सहित कई नेताओं के घरों में मंगलवार को लगाई गई आग बुधवार की सुबह तक सुगलती रही. घरों के आसपास के लोग डरे-सहमे रहे हैं. वहीं राजनीतिक परिवार के लोग अपना घर छोड़ सुरक्षित ठिकानों पर शरण लेकर दुबके हैं.
नेपाल के वीरगंज महानगरपालिका क्षेत्र में स्थित नेपाल कांग्रेस नेता अनिल रूंगटा, नेपाल सरकार सामान्य प्रशासन विभाग के पूर्व मंत्री राजकुमार गुप्ता, नेपाली कानून मंत्री अजय चौरसिया व खाने-पाने मंत्री प्रदीप यादव, मधेश प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री लालबाबू राउत गद्दी व वीरगंज महानगरपालिका के मेयर राजेशमान सिंह का घर पूरी रात जलता रहा.
घरों के सभी सामान आग में जलकर खाक हो गए हैं. जरूरी चीजों को आंदोलनकारियों ने सड़कों पर तितर-बितर कर दिया.।बुधवार की सुबह वीरजंग में करीब पांच राउंड गोली चलने की भी सूचना है. हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. सेना के जवान यहां घंटाघर, माई स्थान, आदर्श नगर व काठमांडू समेत अन्य जिलों को जोड़ने वाली शहर की सड़कों पर सघन गश्त लगा रहे है.
पड़ोसी देश नेपाल में जेन-जी का आंदोलन और उत्पात सीमाई क्षेत्रों की ओर भी बढ़ने लगा है। आंदोलनकारी पूरी व्यवस्था को ध्वस्त को करने पर अमादा दिखाई दे रहे हैं.