मॉस्कोः शनिवार को जॉर्जिया के स्थानीय चुनावों में सत्तारूढ़ पार्टी की जीत के बाद देश भर में उग्र विरोध प्रदर्शन और हिंसा शुरु हो गया है. इससे हालात बेकाबू हो गए हैं. आक्रोशित भीड़ राष्ट्रपति भवन में प्रवेश करने लगी. उन्हें रोकने के लिए मौके पर तैनात पुलिस ने प्रर्शनकारियों पर आंसू गैस और पानी की तोपों का इस्तेमाल किया. विपक्ष का आह्वान पर जॉर्जिया की सड़कों पर हजारों लोग लोकतंत्र बचाने के लिए एकत्रित हुए हैं.
मॉस्को टाइम्स के मुताबिक, सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन उस समय शुरू हुए, जब कुछ विपक्षी नेताओं ने जॉर्जियन ड्रीम पार्टी की नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ “शांतिपूर्ण क्रांति” का आह्वान किया. सत्तारूढ़ पार्टी पर रूसी समर्थक और अधिनायकवादी होने का आरोप है. देश का पश्चिम समर्थक विपक्ष पिछले वर्ष तभी से प्रदर्शन कर रहा है, जब जॉर्जियन ड्रीम ने चुनाव जीता था. आलोचक कहते हैं कि जॉर्जियन ड्रीम ने धोखाधड़ी से चुनाव जीता था और उसके बाद जॉर्जियन ड्रीम ने जॉर्जिया की यूरोपीय संघ में सदस्यता वार्ता को रोक दिया, जो एक लंबे समय से चला आ रहा राष्ट्रीय लक्ष्य था.
प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुई तीखी झड़पें
राजधानी त्बिलिसी में राष्ट्रपति महल पर धावा बोलने की कोशिश के दौरान जॉर्जिया में पुलिस और सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़पें हुईं. सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की तोपों और मिर्ची स्प्रे का इस्तेमाल किया. काकेशस देश तब से संकट में है, जबसे सत्तारूढ़ जॉर्जियन ड्रीम पार्टी ने पिछले वर्ष हुए संसदीय चुनाव में जीत का दावा किया, जिसे प्रो-यूरोपीय संघ विपक्ष ने वोट चोरी करार दिया था.
चुनावों में सत्तारूढ़ पार्टी की जीत के बाद शुरू हुआ प्रदर्शन
ताजा प्रदर्शन स्थानीय चुनावों में सत्तारूढ़ पार्टी की जीत के बाद शुरू हुआ है. विपक्ष ने बड़े पैमाने पर इसका बहिष्कार किया है. आरोप है कि सरकार की दमनकारी कार्रवाई के चलते ऐसा हुआ है. एक आयोजक ने पहले जॉर्जियन ड्रीम पार्टी के नेताओं को गिरफ्तार करने की मांग की थी. इसके बाद देश के लोगों से सरकार की तानाशाही के खिलाफ सड़क पर उतरने का आह्वान किया.