चंडीगढ़: पंजाब बाढ़ कीजद में है. भगवंत मान की सरकार ने पूरे राज्य को आपदा प्रभावित राज्य घोषित कर दिया गया है. इसके साथ ही बाढ़ के कारण पंजाब में 7 सितंबर तक सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं. 23 जिलों में 1400 गांव बाढ़ की जद में हैं.
इससे पहले बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए पंजाब से राज्य सभा सांसद राघव चड्ढा ने एमपीएलएडीएस फंड से 3.25 करोड़ रुपये जारी किए हैं. बाढ़ के कारण 3.75 एकड़ फसल पानी में बह गई है. सभी जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों (डीडीएमए) को प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के लिए जल्द और पर्याप्त उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं.
कई जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने राज्य के रूपनगर, मोगा, लुधियाना, बरनाला और संगरूर, कपूरथला, जालंधर और नवांशहर, सहित कई जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है.
इसके साथ ही दूरसंचार ऑपरेटरों को मोबाइल और लैंडलाइन कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है. अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों और आवश्यक सेवाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं. कल कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान पंजाब जाकर किसानों से मुलाकात करेंगे और उनके जानकारी लेंगे.
यहां स्थापित किए गए राहत शिविर
रूपनगर जिला प्रशासन द्वारा सतलुज दरिया के किनारे बसे गांव के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की जा रही है, जो गांव शत्रुघ्न के किनारे पर बसे हैं, उन गांव के लोगों के लिए प्रशासन द्वारा पांच गांव में राहत शिविर लगाए गए हैं. इन शिविरों में लोगों के रहने, खाने पीने और स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर पूरे प्रबंध किए गए हैं. प्रशासन द्वारा भनाम, भलाण, नानगरा, पलासी और सिंहपुर में राहत शिविर बनाए गए हैं.
भाखड़ा बांध का जलस्तर लगभग 1,678 फीट तक पहुंच गया है, जबकि अधिकतम जलस्तर 1,680 फीट है, जो खतरे के निशान से केवल दो फीट नीचे है.