कन्नौज: उत्तर प्रदेश के कन्नौज से दुखद खबर सामने आई है. यहां दरवाजे पर बारात खड़ी थी. इसी दौरान दुल्हन की सांसे थम गई. इस घटना की शादी की खुशियां मातम में बदल गई. लड़के पक्ष के लोग मायूसी के बीच दूल्हन के घर से लौट गए. परिवार के लोगों जिस दुल्हन की धूमधाम से डोली उठने का सपना संयोजा था, उसकी अर्थी उठानी पड़ी. इस घटना के लिए हर कोई ऊपर वाले की दुहाई दे रहा है.
कन्नौज में हुई दिल को दुखी करने वाली घटना
मिली जानकारी के अनुसार, दिल को दुखी करने वाली यह घटना कन्नौज के गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र के किश्वापुर गांव में हुई. यहां के महेश बाथम की पुत्री रिंकी की शनिवार रात बारात आना थी. परिवार के लोग बारात की तैयारियों में जुटे थे. देर शाम रिंकी को दुल्हन बनाया जा रहा था.
दुल्हन रिंकी को अचानक पेट में उठा दर्द
इसी दौरान अचानक रिंकी के पेट में दर्द होने लगा. उसने इसकी जानकारी परिवार के लोगों को दी. परिजन तत्काल उसे गांव के ही झोलाछाप चिकित्सक के पास इलाज के लिए ले गए. यहां से दवा लाकर रिंकी ने खाई. पिता महेश का कहना है कि दवा खाने के बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी.
दरवाजे पर बारात के बीच दुल्हन ने तड़पते हुए तोड़ा दम
इसी बीच बारात आ गई तो परिवार बारातियों के आवभगत में करने में व्यस्त हो गया. इसी बीच रिंकी ने तड़पते हुए दम तोड़ दिया. उसकी मौत से शादी की खुखियां मातम में बदल गई. परिवार के लोग बिलखने लगे. देर रात तक दूल्हा, उसका परिवार और बाराती गम के बीच खामोश बैठे रहे. इसके बाद देर रात निराशा के बीच बारात दरवाजे से लौट गई.
घटना के लिए ऊपर वाले की दुहाई दे रहे लोग
खबर लिखे जाने तक दुल्हन के परिवार के लोगों ने इस घटना की जानकारी पुलिस को नहीं दी थी और बिना पोस्टमार्टम कराए ही अंतिम संस्कार कर दिया. उधर, इस घटना को गांववासियों में शोक है. लोग दुखी मन से इस घटना के लिए ऊपर वाले की दुहाई देते हुए कह रहे हैं कि जिस लड़की की दरवाजे से डोली उठनी थी, परिवार के लोगों को उसकी अर्थी उठानी पड़ी.