Ghazipur News: भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता रहे हैं गाजीपुर से घोषित प्रत्याशी पारस नाथ राय

Ved Prakash Sharma
Ved Prakash Sharma
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Ved Prakash Sharma
Ved Prakash Sharma
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Ghazipur News: भाजपा गाजीपुर से लोकसभा चुनाव में किसे प्रत्याशी बनाएगी, इसको लेकर राजनीतिक दलों के साथ ही आम लोगों में चर्चा हो रही थी. हर कोई प्रत्याशी के नाम की घोषणा होने का बेसब्री से इंतजार कर रहा था. इसी क्रम में बुधवार को भाजपा ने गाजीपुर से पारस नाथ राय के नाम पर प्रत्याशी का मुहर लगा दिया, जिसकी राजनीतिक गलियारे में चर्चा शुरु हो गई है.

आईए जानते है पारसनाथ राय के बारे में
यूपी के गाजीपुर जिले के दुल्लहपुर क्षेत्र के सिखडी गांव निवासी पारस नाथ राय उम्र 68 वर्ष, पुत्र स्वर्गीय मंगला राय अपने जीवन काल से भाजपा और आरएसएस सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में जाने जाते हैं. उन्होंने कृषि कार्य के साथ ही शिक्षण संस्था खोलकर बच्चों का भविष्य बनाने का भी कार्य किया.

पारस नाथ राय के दो पुत्र और दो पुत्रियां, जिसमें सबसे बड़ा बेटा आशुतोष राय पूर्व में भाजयुमो में प्रदेश अध्यक्ष, वर्तमान समय में भाजपा संगठन को मजबूत बनाने में लगे हैं. छोटा पुत्र आशीष राय शबरी महाविद्यालय और विद्या पब्लिक ज्ञान मंदिर के प्रबंधक हैं. वही पंडित मदन मोहन मालवीय इंटर कॉलेज सबसे पुराना क्षेत्र का ऐतिहासिक कालेज है, जो सबसे ज्यादा विद्यार्थी वाला विद्यालय कहलाता है.

इस विद्यालय के पारसनाथ राय पूर्व प्रधानाचार्य है. तीसरे नंबर पर बेटी अर्चना राय और चौथ पर वदना राय है, जो शादी के बाद अपने ससुराल में रहती है. पारस राय की धर्मपत्नी विद्या देवी का 2011 में आकस्मिक निधन हो गया था. पारस राय 68 वर्ष की उम्र में भी जाति भेदभाव दरकिनार कर लोगों से मिलजुल कर रहते है और लोगों से सुख-दुख में शामिल होते हैं.

पारस नाथ राय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई सहित कई वरिष्ठ भाजपा के नेताओं के साथ भी रहे. भाजपा में शीर्ष नेतृत्व रखने वाला जब भी कोई क्षेत्र में आता था तो पारस नाथ राय से बिना मिले वापस नहीं जाता था. पारस नाथ राय जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा के करीबी माने जाते हैं. जब-जब मनोज सिन्‍हा गाजीपुर से लोकसभा चुनाव लड़ते थे तब-तब उनके चुनाव संचालन में पारस नाथ राय महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाते थे. पारस नाथ की पहचान भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में होती रही है.

Latest News

Ganga Saptami 2025: गंगा सप्तमी के दिन भूलकर भी गंगा जी में न डालें ये चीजें, वरना हो जाएंगे कंगाल

Ganga Saptami 2025: गंगा सप्तमी का दिन मां गंगा के पुनर्जन्म के रूप में मनाया जाता है. हर वर्ष...

More Articles Like This