Amarnath Yatra 2025: अमरनाथ यात्रा के लिए सज गया महादेव का दरबार, चारों ओर गूंज रहें ‘बम बम भोले’ के जयकार

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Amarnath Yatra 2025: इस साल 3 जुलाई से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा के लिए भगवान भोलेनाथ का दरबार को सजाने की प्रक्रिया जारी है, इस दौरान श्रीनगर स्थित अमरनाथ यात्रा के ट्रांजिट कैंप की तस्वीर बिल्कुल बदल गई है. इसे इस प्रकार से सजाया जा रहा है, मानो 3 जुलाई से कश्मीर की वादियों में एक नया शहर बसने वाला हो. हर तरफ ‘बम बम भोले’ के जयकारे गूंज रहे हैं.

अमरनाथ श्राइन बोर्ड और राज्य सरकार सुरक्षा व्यवस्था से लेकर यात्रियों के खाने-पीने और रहने तक की हर व्यवस्था के इंतजामों में जुटी हुई है. इस दौरान बेस कैंप में सड़कों की मरम्मत और साफ-सफाई का काम भी काफी तेजी से किया जा रहा है. इस यात्रा के दौरान पहलगाम और बालटाल के बेस कैंप से प्रतिदिन 15,000 यात्रियों को पवित्र गुफा में जाने की अनुमति होगी.

सुरक्षा और सुविधाओं का पूरा इंतजाम

यात्रियों की सुविधा के लिए ट्रांजिट कैंप के चारों ओर 260 से अधिक शौचालय, 110 से अधिक वॉशरूम और मोबाइल यूरिन पॉइंट्स की व्यवस्था की गई है. साथ ही हर रोज इस कैंप में 5,000 से अधिक लोगों के रहने और खाने-पीने का इंतजाम होगा. इसके लिए अमरनाथ श्राइन बोर्ड और यात्रा से जुड़े सभी विभाग मिलकर तेजी से काम कर रहे हैं. इसके अलावा 200 से अधिक लोगों को रोजाना कैंप में बने गुलाबी और ब्लू टॉयलेट्स की सफाई का जिम्मा सोपा गया है. साथ ही कैंप के चारों ओर सफाई की देखभाल में श्रीनगर म्यूनिसिपल कमेटी के लोग भी शामिल रहेंगे.

अतिम चरण में हैं सभी तैयारियां

वहीं, अमरनाथ यात्रा से संबंधित विभाग से जुड़े लोगों के मुताबिक, इस यात्रा के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं प्रदान करने की लगभग पूरी तैयारी हो चुकी है और जो थोड़ी बहुत रह गई है उसे भी तेजी से पूरा किया जा रहा है. यात्रियों की सुविधा के लिए लंगर व्यवस्था और ट्रांजिट कैंप में रंग-रोगन, सड़कों की साफ-सफाई, बिजली आदि का काम पूरा हो चुका है. इसके साथ ही कैंप के चारों ओर सुरक्षा का कड़ा पहरा बिठा दिया गया है.

इन लोगों को मिलेगी कैंप में रहने की अनुमति

बता दें कि श्रीनगर के इस यात्रा कैंप में उन सभी पंजीकृत यात्रियों को रहने की अनुमति दी जाएगी, जो बालटाल के रास्ते से बाबा बर्फानी के दर्शन करने जाएंगे और दर्शन कर वापस लौटेंगे. वहीं, यात्रा के दोनों रास्‍तो पर पहलगाम के नुनवान बेस कैंप और बालटाल के बेस कैंप तक यात्रियों के रहने, खाने-पीने और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं.

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