Greater Noida का Deepak रातों रात बना 1,13,55,00,00,000 का मालिक, जानिए कैसे बदल गई किस्मत!

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
कल्पना कीजिए आप रोज की तरह सुबह नींद से उठते हैं, आंखें अब भी अधखुली हैं और हाथ में मोबाइल है. तभी आपके मोबाइल स्क्रीन पर एक नोटिफिकेशन चमकता है, जिसे पढ़कर आपकी धड़कनें तेज हो जाती हैं: “₹1,13,55,00,00,000 की राशि आपके खाते में क्रेडिट हुई है.” पलभर के लिए आपको लगता है कि शायद सपना देख रहे हैं. लेकिन, जब आप घबराहट में UPI ऐप खोलते हैं, पासवर्ड डालते हैं… और अगले ही पल मोबाइल स्क्रीन पर जो रकम नजर आती है, वो आपके होश उड़ा देती है. इतनी बड़ी राशि जिसकी गिनती में ही ज़िंदगी निकल जाए — वो आपके अकाउंट में पड़ी हो, तो क्या आप विश्वास करेंगे? ग्रेटर नोएडा के दीपक के साथ हकीकत में ऐसा ही हुआ. रात सोए थे आम इंसान की तरह, और सुबह उठे तो अकाउंट में थी ऐसी रकम, जिसे देखकर किसी का भी दिल बैठ जाए. लेकिन ये कहानी जितनी हैरान करने वाली है, उतनी ही दिलचस्प भी…
दरअसल, उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के दनकौर गांव में उस वक्त हैरानी की लहर दौड़ गई, जब 20 साल के दीपक (Deepak) के बैंक खाते में अचानक ₹1,13,55,00,00,000 यानी 1 लाख 13 हजार 550 करोड़ रुपये जमा हो गए. दीपक ने जब यह राशि देखी, तो पहले उसे अपनी आंखों पर भरोसा नहीं हुआ. अकाउंट बैलेंस में 36 अंकों की रकम देखकर वो और उसका पूरा परिवार हैरान रह गया. रकम इतनी ज़्यादा थी कि कोई समझ ही नहीं पा रहा था कि आखिर कितने शून्य हैं. हालांकि यह पैसा असल में किसी तकनीकी गड़बड़ी का नतीजा हो सकता है, लेकिन कुछ घंटों के लिए दीपक “कागज़ों में ही सही”, अपने गांव के सबसे अमीर लोगों में शुमार हो गया था.

Income Tax Department को दी गई सूचना

इस अप्रत्याशित घटना से घबराकर दीपक और उसके परिवार ने तुरंत पुलिस को सूचना दी. मामला इतना हैरान करने वाला था कि पुलिस भी पहले तो यकीन नहीं कर पाई. इसके बाद पूरे घटनाक्रम की जानकारी आयकर विभाग (Income Tax Department) को दी गई. पुलिस और बैंक अधिकारियों की संयुक्त टीम ने मामले की जांच शुरू की, जिसमें यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि इतनी बड़ी रकम वास्तव में बैंक के आधिकारिक सिस्टम में दर्ज ही नहीं है. लेकिन ये रकम दीपक के मोबाइल पर दिख रही थी.

Police और बैंक को समझ नहीं आई गड़बड़ी

इस पूरे घटनाक्रम ने पुलिस और बैंक अधिकारियों को भी उलझन में डाल दिया है. उन्हें यह समझ नहीं आ रहा कि यह कोई तकनीकी गड़बड़ी है या फिर किसी बड़े साइबर फ्रॉड का संकेत. बैंक ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए दीपक का खाता फौरन फ्रीज कर दिया और पूरे मामले की जानकारी इनकम टैक्स विभाग को सौंप दी. अब आयकर विभाग सहित अन्य जांच एजेंसियां इस रहस्यमयी ट्रांजेक्शन की तह तक जाने में जुट गई हैं. पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस भारी-भरकम राशि का मुख्य स्रोत आखिर कहां से है.
इस अनोखे मामले के वायरल होते ही सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं भी मजेदार अंदाज़ में सामने आने लगीं. कोई दीपक को ‘रियल लाइफ अरबपति’ बता रहा है, तो कोई मज़ाक में छोटा-मोटा देश खरीदने की नसीहत दे रहा है.” फिलहाल, इनकम टैक्स विभाग ने इस मामले की औपचारिक जांच शुरू कर दी है.

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