Earthquake: हिमाचल-लद्दाख से लेकर पाकिस्तान और अफगानिस्तान तक डोली धरती, दहशत में लोग

Shivam
Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Shivam
Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Earthquake: पिछले कुछ घंटों के दौरान तिब्बत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान के साथ-साथ भारत के हिमाचल प्रदेश और लद्दाख में भूकंप के झटके महसूस किए गए. इन झटकों से लोगों में दहशत फैल गई, हालांकि फिलहाल किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं मिली है.

तिब्बत में 4.0, पाकिस्तान में 4.6, अफगानिस्तान में 4.3, शिमला में 2.8 और लेह में 3.7 तीव्रता के भूकंप दर्ज किए गए. ये सभी क्षेत्र भूकंपीय दृष्टि से संवेदनशील माने जाते हैं, जिसके चलते लोगों में सतर्कता बढ़ गई है. भूकंप के झटके हल्के से मध्यम तीव्रता के रहे. डर के कारण कई स्थानीय लोग अपने घरों से बाहर निकल आए, हालांकि राहत की बात यह है कि अब तक किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं मिली है.

तिब्बत और पड़ोसी देशों में झटके

तिब्बत में 4.0 तीव्रता का भूकंप आया है. इसका केंद्र पहाड़ी इलाकों में था. भूकंप के झटके हल्के थे और कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ. स्थानीय प्रशासन ने लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है.

इसी तरह, पाकिस्तान में 4.6 और अफगानिस्तान में 4.3 तीव्रता के भूकंप ने लोगों को हैरान कर दिया. पाकिस्तान के उत्तरी हिस्सों और अफगानिस्तान के ग्रामीण इलाकों में झटके महसूस किए गए. दोनों देशों में प्रशासन ने निगरानी बढ़ा दी है और लोगों से सतर्क रहने को कहा है.

भारत में भी महसूस किए गए भूकंप के झटके

हिमाचल प्रदेश के शिमला में 22 अक्टूबर 2025 की रात करीब 1 बजे 2.8 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया. भूकंप का केंद्र जमीन से लगभग 5 किलोमीटर की गहराई पर स्थित था. झटके हल्के थे, जिन्हें स्थानीय लोगों ने महसूस किया, हालांकि किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं मिली है. प्रशासन ने नागरिकों से अफवाहों से बचने और शांत बने रहने की अपील की है.
वहीं, लद्दाख के लेह में 21 अक्टूबर 2025 को दोपहर में 3.7 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया. इसका केंद्र 90 किमी की गहराई पर था. लेह के पहाड़ी इलाकों में भूकंप का असर कम रहा और कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ.

क्यों आता है भूकंप?

दरअसल, पृथ्वी की चार प्रमुख परतें हैं, जिसे इनर कोर, आउटर कोर, मेंटल और क्रस्ट कहते हैं. जानकारी के मुताबिक, पृथ्वी के नीचे मौजूद प्लेट्स घूमती रहती हैं, जिसके आपस में टकराने पर पृथ्वी की सतह के नीचे कंपन शुरू होता है. जब ये प्लेट्स अपनी जगह से खिसकती हैं, तो भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं.
Latest News

भारत ने काबुल में अपने तकनीकी मिशन को दिया पूर्ण दूतावास का दर्जा, पाकिस्तान को मिर्ची लगना तय!

New Delhi: अब भारत और अफगानिस्तान के बीच बढ़ते राजनयिक रिश्तों का ताजा उदाहरण देखने को मिला है. भारत...

More Articles Like This