नई दिल्लीः शनिवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का भारत में रहना उनका निजी फैसला है. यह उन हालातों से प्रभावित हैं, जिनकी वजह से उन्हें देश छोड़कर आना पड़ा.
दरअसल, बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना पिछले वर्ष ढाका में छात्र विद्रोह के दौरान देश छोड़कर भारत आ गई थीं. 78 साल की हसीना को पिछले महीने ढाका में एक स्पेशल ट्रिब्यूनल ने उनकी गैरमौजूदगी में मौत की सजा सुनाई है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा…
वहीं, जब विदेश मंत्री एस जयशंकर से पूछा गया कि क्या शेख हसीना जब तक चाहें भारत में रह सकती हैं, इसके जवाब में विदेश मंत्री ने कहा कि यह एक अलग मुद्दा है. वह यहां एक खास हालात में आई थीं और मुझे लगता है कि उनके साथ जो कुछ भी हुआ, उसमें साफ तौर पर उन हालात का एक फैक्टर है, लेकिन फिर, यह कुछ ऐसा है, जिसके बारे में उन्हें अपना मन बनाना होगा.
भारत-बांग्लादेश के रिश्ते पर बोले जयशंकर
एक समाचार चैनल से बात करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि हमने सुना कि बांग्लादेश में लोगों को, खासकर जो अब सत्ता में हैं, पहले चुनाव कैसे होते थे, इससे दिक्कत थी. अब अगर मुद्दा चुनाव था, तो सबसे पहले निष्पक्ष चुनाव कराना होगा.
इस कार्यक्रम में विदेश मंत्री ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रिश्तों के भविष्य के लिए उम्मीद जताते हुए अपनी बातों को रखा. उन्होंने कहा कि जहां तक हमारा सवाल है, हम बांग्लादेश के लिए शुभकामनाएं देते हैं. हम सोचते हैं कि एक डेमोक्रेटिक देश के तौर पर कोई भी डेमोक्रेटिक देश डेमोक्रेटिक प्रोसेस के जरिए लोगों की इच्छा पूरी होते देखना पसंद करता है.

