Ranchi: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने फिर 750 करोड़ रुपए के फर्जी जीएसटी चालान बनाने के मामले में तीन राज्यों में छापा मारा है. यह छापेमारी झारखंड, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में छापेमारी की. धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत 3 राज्यों में कम से कम एक 12 परिसरों पर छापे की कार्रवाई की गई.
जहां- जहां टीम ने छापेमारी की, सभी के गेट बंद कर दिये हैं
झारखंड में सबसे ज्यादा आठ ठिकानों पर छापेमारी चल रही है. केंद्रीय जांच एजेंसी की टीम रांची और जमशेदपुर में इन ठिकानों पर छापेमारी के लिए पहुंची है. जहां- जहां टीम ने छापेमारी की है, सभी के गेट बंद कर दिये गये हैं, बाहर के लोगों का घर के अंदर प्रवेश और अंदर के लोगों का बाहर जाने पर रोक लगा दी गई है. पश्चिम बंगाल के साल्टलेक और अलीपुर में भी ई़डी छापेमारी जारी है. ईडी टीम के साथ सीएपीएफ के जवान भी हैं. हालांकि, केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारी अभियान को लेकर कुछ भी कहने से बच रहे हैं.
कोलकाता में साल्टलेक समेत 2 जगहों पर चल रही है छापेमारी
मामला झारखंड में मुखौटा कंपनियों और अवैध वित्तीय लेन- देन के माध्यम से 750 करोड़ रुपए के फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) बनाने से जुड़ा है. कोलकाता में साल्टलेक समेत 2 जगहों पर छापेमारी चल रही है, जबकि महाराष्ट्र में भी 2 जगह ईडी की कार्रवाई जारी है. इस मामले की जांच की शुरुआत इसके मुख्य साजिशकर्ता शिव कुमार देवड़ा की गिरफ्तारी से हुई. उसे मई 2025 में गिरफ्तार किया गया था और पिछले महीने उसके खिलाफ आरोप- पत्र दाखिल किया गया.
ईडी ने पहली बार मई में ली थी तलाशी
वर्तमान में की जा रही तलाशी विश्वसनीय साक्ष्यों के आधार पर की जा रही है. जो कई व्यक्तियों और कंपनियों की अपराध से अर्जित आय के धनशोधन में संलिप्तता को दर्शाती है. इस मामले में ईडी ने पहली बार मई में तलाशी ली थी. ईडी के अफसरों के मुताबिक यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) ए 2002 के तहत की गयी. मामला शेल कंपनियों और अवैध वित्तीय नेटवर्क के माध्यम से फर्जी इनवॉयस तैयार कर अवैध इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) का दावा करने और काले धन को वैध बनाने से जुड़ा है.