Diwali 2025: पटाखे, दीये और मिठाईयां, देश उत्साह के साथ मना रहा रोशनी का त्योहार दीवाली

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
देशभर में दीपावली का उल्लास छाया हुआ है. लोग अपने परिजनों और मित्रों के साथ रोशनी के इस पावन पर्व का आनंद ले रहे हैं  देश के कोने-कोने से दीपों और सजावट से सजी जगमगाती तस्वीरें सामने आ रही हैं. कोई पटाखों की चमक से खुशियां मना रहा है, तो कोई दीये जलाकर और मिठाइयां बांटकर उत्सव की रौनक बढ़ा रहा है.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इस वर्ष दीपावली का पर्व लोगों ने पारंपरिक उत्साह और उमंग के साथ मनाया. प्रतिबंधों के बावजूद, शहर के कई हिस्सों में लोगों ने जमकर आतिशबाजी की और पटाखे चलाए, जिससे राजधानी की हवा की गुणवत्ता एक बार फिर गंभीर श्रेणी में पहुंच गई, जो चिंता का विषय है. सुप्रीम कोर्ट ने दीपावली के मद्देनजर 21 अक्टूबर तक रात 8 से 10 बजे तक ग्रीन पटाखे चलाने की अनुमति दी थी.

 उत्साह और आतिशबाजी का मंजर

दिवाली की शाम ढलते ही दिल्ली रोशनी से नहा उठी. घरों, बाजारों और सड़कों को रंग-बिरंगी लाइटों और दीयों से खूबसूरती से सजाया गया था. लक्ष्मी पूजा के बाद शहर के आसमान में आतिशबाजी की चमक छा गई, जो देर रात तक जारी रही. सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली सरकार द्वारा लगाए गए पटाखों पर सख्त प्रतिबंधों के बावजूद, कई रिहायशी इलाकों में तेज आवाज वाले पटाखों की गूंज सुनाई दी. कनॉट प्लेस, चांदनी चौक, साउथ एक्सटेंशन और द्वारका जैसे प्रमुख क्षेत्रों के साथ-साथ अनधिकृत कॉलोनियों में भी लोगों ने पूरे उत्साह के साथ दिवाली का जश्न मनाया.
पिछले वर्षों की तुलना में इस बार आतिशबाजी को लेकर प्रतिबंधों में कुछ ढील दी गई थी, जिसमें सीमित समय के लिए केवल ‘ग्रीन क्रैकर्स’ (हरित पटाखे) चलाने की अनुमति थी. हालांकि इस अनुमति की आड़ में आम पटाखों का इस्तेमाल भी बड़े पैमाने पर हुआ. जगह-जगह रंगीन फुलझड़ियों, अनार और तेज आवाज वाले बमों का शोरगुल प्रदूषण नियंत्रण के प्रयासों को धता बताता दिखा. कई स्थानों पर युवा समूहों ने मिलकर सामूहिक आतिशबाजी की, जिससे पूरा आसमान धुएं और चमक से भर गया.
कनॉट प्लेस में, शहर रोशनी और सजावट से जगमगा उठा, यहां परिवार जश्न मनाने के लिए इकट्ठा हुए थे.

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