Amit Shah Chhattisgarh Visit: माओवाद विरोधी रणनीति को धार देने के लिए गृह मंत्री अमित शाह रविवार को दो दिवसीय महत्वपूर्ण यात्रा पर छत्तीसगढ़ पहुंचेंगे. 31 मार्च, 2026 की निर्धारित समय सीमा तक माओवादी प्रभाव को खत्म करने का लक्ष्य है.
उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की करेंगे अध्यक्षता
यात्रा (22-23 जून) के दौरान, गृह मंत्री शाह माओवादी हिंसा के खिलाफ चल रहे अभियान को लेकर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे. बैठक में 31 मार्च, 2026 की निर्धारित समय सीमा तक माओवादी प्रभाव खत्म करने के घोषित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए केंद्र की रणनीति को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. क्षेत्र में दीर्घकालिक स्थिरता और बेहतर सुरक्षा बुनियादी ढांचे के लिए केंद्र की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालते हुए, शाह नया रायपुर में प्रतिष्ठित राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) परिसर की आधारशिला भी रखेंगे.
क्षेत्रों में कार्यरत जवानों के साथ करेंगे सवांद
प्रस्तावित विश्व स्तरीय परिसर राज्य सरकार की ओर से पहले से आवंटित 40 एकड़ भूमि पर विकसित किया जाएगा. परियोजना की अनुमानित लागत 350-400 करोड़ रुपये है और इसकी पूरी फंडिंग केंद्र सरकार ने की है. एनएफएसयू परिसर के अलावा, राज्य द्वारा संचालित फोरेंसिक प्रयोगशाला के लिए 6 एकड़ का एक अलग क्षेत्र निर्धारित किया गया है, जिसका उद्देश्य राज्य की जांच क्षमताओं को और बढ़ाना है. छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री अपने दौरे के दौरान दोनों अति महत्वपूर्ण केंद्रों का भूमि पूजन करेंगे. शाह एक सुरक्षा शिविर में भी समय बिताएंगे. यहां वो जोखिम वाले क्षेत्रों में कार्यरत जवानों के साथ संवाद करेंगे.
नक्सल विरोधी अभियानों में केंद्र को मिली सफलता
हाल के महीनों में नक्सल विरोधी अभियानों में (Amit Shah Chhattisgarh Visit) केंद्र को बड़ी सफलता मिली है. माओवादी केंद्रीय समिति के 45 सदस्यों में से 32 को विभिन्न मुठभेड़ों में पहले ही मार गिराया गया है. इन अभियानों से परिचित सूत्रों ने महत्वपूर्ण सफलता की सूचना देते हुए कहा है कि प्रतिबंधित संगठन के शेष शीर्ष नेताओं का पता लगाने और उन्हें पकड़ने के प्रयास जारी हैं.