New Delhi: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई की कस्टडी सात दिनों के लिए बढ़ा दी गई है. पटियाला हाउस कोर्ट की विशेष NIA कोर्ट ने यह फैसला सुनाया. हाई-प्रोफाइल और सुरक्षा के लिहाज से अत्यंत संवेदनशील मामला होने के कारण NIA जज खुद एनआईए मुख्यालय पहुंचे और वहीं पर बंद कमरे में सुनवाई की. वह लॉरेंस के टेरर सिंडिकेट से जुड़ा 19वां आरोपी है. अनमोल का नाम कई हाई प्रोफाइल केसों से जुड़ा है. अक्टूबर 2024 में मुंबई में NCP नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या में वह मुख्य साजिशकर्ता था.
हाल ही में किया गया था डिपोर्ट
अनमोल बिश्नोई को अमेरिका से अवैध तरीके से रहने के आरोप में हाल ही में डिपोर्ट किया गया था. भारत आने के बाद NIA ने उसे कड़ी सुरक्षा में हिरासत में लिया है. उससे कई गंभीर मामलों में पूछताछ चल रही है. NIA ने अमेरिका से प्रत्यर्पण कर 19 नवंबर को भारत पहुंचते ही अनमोल बिश्नोई को गिरफ्तार कर लिया था. 2022 से फरार चल रहे अनमोल को NIA के मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल था. उस पर 10 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था.
अवैध प्रवेश के आरोप में गिरफ्तार
अनमोल को नवंबर 2024 में कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो में अवैध प्रवेश के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, जहां FBI ने DNA और वॉयस सैंपल से उसकी पहचान की थी. उसके बाद लंबी डिपोर्टेशन प्रक्रिया चली थी. इससे पहले मार्च 2023 में NIA ने लॉरेंस बिश्नोई के नेतृत्व में टेरर-गैंगस्टर साजिश मामले में अनमोल के खिलाफ 1200 पेज की चार्जशीट दाखिल की थी.
शूटरों को हथियार मुहैया कराता था अनमोल
जांच में पाया गया कि 2020 से 23 के बीच अनमोल ने गोल्डी बराड़ और लॉरेंस के इशारों पर भारत में कई आपराधिक गतिविधियां अंजाम दीं. वह अमेरिका से ही गैंग को निर्देश देता था और शूटरों को शरण, हथियार और लॉजिस्टिक सप्लाई मुहैया कराता था. पंजाब के फाजिल्का का रहने वाला अनमोल नेपाल, दुबई और केन्या के रास्ते अप्रैल 2022 में फर्जी पासपोर्ट पर अमेरिका भागा था.
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