पंजाब: गोताखोर नहर में ढूंढ रहे थे सिक्का, भारी मात्रा में मिला कारतूस

चंडीगढ़। नहर में सिक्का ढूंढने के लिए उतरे गोताखोरों के होश तब उड़ गए, जब उन्हें सिक्के की जगह बड़ी संख्या में कारतूस मिले। पंजाब की सरहिंद नहर में एक हजार कारतूसों से भरी बोरी मिलने से हड़कंप मच गया। जानकारी के अनुसार, सरहिंद नहर पर गुरथली पुल के पास कुछ गोताखोर नहर में सिक्के ढूंढ रहे थे। इस दौरान उन्हें एक बोरी मिली, जब गोताखोरों ने बोरी को बाहर निकाल कर उसे खोला तो इसमें करीब एक हजार कारतूस मिले।

बताया जा रहा है कि यह कारतूस 3 नॉट 3 एसएलआर के थे, जिसे पंजाब पुलिस इस्तेमाल करती है। कारतूस मिलने पर गोताखोरों ने इसकी सूचना पहले सरपंच को दी, जिसके बाद मौके पर पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने कारतूसों की बोरी को कब्जे में लेकर थाने में रखवा दिया है। डीएसपी पायल हरसिमरत सिंह ने नहर में कारतूस मिलने की पुष्टि की है।

उन्होंने बताया कि कारतूसों को लेकर इलाके के आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है। प्राथमिक जांच में पाया गया है कि यह कारतूस बहुत ही पुराने हैं और इन्हें जंग लग चुका है। पुलिस का कहना है कि छानबीन के बाद इन कारतूसों को नियमानुसार नष्ट किया जाएगा। उधर गोताखोरों का कहना है कि नहर में कम पानी होने के कारण वे सिक्के व अन्य सामान तलाश कर रहे थे, उन्होंने कहा कि कारतूसों की बारी मिलने पर वे घबरा गए थे और इसलिए उन्होंने इसकी सूचना पहले गांव के सरपंच को दी।

इन कारतूसों के संबंध में बताया जा रहा है कि 3 नॉट 3 एसएलआर राइफल में इनका इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन अब पंजाब पुलिस के पास आधुनिक हथियार आने के बाद इन राइफलों का प्रयोग पुलिस बल में कम हो गया है। यह राइफल अंग्रेजों के जमाने में बहुत ज्यादा प्रचलित थी, लेकिन अब प्रचलन से बाहर हो चुकी हैं। यूपी पुलिस ने भी इस राइफल का प्रयोग बंद कर दिया है। इस संबंध में एसएसपी खन्ना अमनीत कौंडल ने बताया कि घटना के बारे में जालंधर पीएपी को सूचित कर दिया गया है। पीएपी की बम स्क्वायड को बुलाकर इन कारतूसों को नष्ट कर दिया जाएगा।

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